राजस्थान : (मानवी मीडिया) राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना प्रमुख सुखदेव सिंह गोगामेड़ी मर्डर केस में एनआईए ने बुधवार को हरियाणा और राजस्थान में 31 जगहों पर छापेमारी की। समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, एनआईए ने हरियाणा और राजस्थान में व्यापक छापेमारी के दौरान एक मुख्य संदिग्ध को गिरफ्तार किया है।
इसके साथ ही गोगामेड़ी हत्याकांड मामले में अब तक गिरफ्तारियों की संख्या 9 हो गई है। बताया जाता है कि एनआईए की कई टीमों ने दोनों ही राज्यों में स्थानीय पुलिस बल के साथ मिलकर विभिन्न ठिकानों पर तलाशी अभियान चलाया।
बता दें कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की 5 दिसंबर को राजस्थान के जयपुर में उनके आवास पर तीन शूटरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद हत्या में शामिल दो शूटरों रोहित राठौड़ और नितिन फौजी को 9 दिसंबर को चंडीगढ़ में गिरफ्तार किया गया था।सूत्रों की मानें तो सुखदेव सिंह गोगामेड़ी मर्डर में हाई-प्रोफाइल गैंगस्टरों की संलिप्तता को देखते हुए एनआईए ने इतने बड़े पैमाने पर ऑपरेशन चलाया है। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या के तुरंत बाद लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े गैंगस्टर रोहित गोदारा ने वारदात की जिम्मेदारी ली थी।
दोनों शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि रोहित गोदारा ने ही उन्हें गोगामेड़ी की हत्या की सुपारी दी थी। प्राथमिक जांच में यह भी पता चला कि फरार होने के दौरान सभी शूटर गोदारा के करीबी वीरेंद्र चैहान और दानाराम के संपर्क में थे।
दोनों शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने पूछताछ में पुलिस को बताया था कि रोहित गोदारा ने ही उन्हें गोगामेड़ी की हत्या की सुपारी दी थी। प्राथमिक जांच में यह भी पता चला कि फरार होने के दौरान सभी शूटर गोदारा के करीबी वीरेंद्र चैहान और दानाराम के संपर्क में थे।
हत्या की वजहों पर सूत्रों ने बताया कि कुछ व्यवसायियों से फिरौती वसूलने को लेकर गोदारा और गोगामेड़ी के बीच विवाद था। शायद इसी वजह से गोगामेड़ी की हत्या हुई होगी। इस केस में एक अन्य महिला को भी गिरफ्तार किया गया है।
महिला का नाम पूजा सैनी बताया गया था जिसने कथित तौर पर अपने पति के साथ मिलकर शूटरों को हथियार उपलब्ध कराए थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के बाद एनआईए ने पिछले महीने इस केस की छानबीन को अपने हाथ में लिया था।
महिला का नाम पूजा सैनी बताया गया था जिसने कथित तौर पर अपने पति के साथ मिलकर शूटरों को हथियार उपलब्ध कराए थे। केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के बाद एनआईए ने पिछले महीने इस केस की छानबीन को अपने हाथ में लिया था।
गोगामेड़ी की हत्या सीसीटीवी में कैद हो गई थी। सीसीटीवी फुटेज में दो शूटरों को करणी सेना प्रमुख पर गोलियां चलाते हुए देखा गया था। फायरिंग के दौरान तीसरे शूटर की मौत हो गई थी। वारदात में घटना में घायल गोगामेड़ी के सुरक्षाकर्मी की भी बाद में मौत हो गई थी।