ईरान : (मानवी मीडिया) जनरल रहे कासिम सुलेमानी की कब्र पर हुए हमले की जिम्मेदारी आईएसआईएस (इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया) ने ली है. बुधवार को हुए दो बम धमाकों में करीब 200 ईरानी लोगों की जान जा चुकी है. अमेरिकी ने भी घटना की जानकारी के आधार पर कहा था कि इसके पीछे आईएसआईएस का हाथ हो सकता है. शुरुआत में शक की सुई इजराइल की ओर जा रही थी. जिसके बाद ईरान और इजराइल में तनाव बढ़ने की बात होने लगी थी.
ईरान हालांकि इस हमले के लिए अब तक अमेरिका ओर उसके रक्षा सहयोगी इजराइ्ल को ही दोषी मान रहा है. यूरोपीय यूनियन समेत और कई इदारों ने इस हमले को आतंकवादी हमला कहा था. 1979 में ईरान में हुए इस्लामिक क्रांति के बाद से यह अब तक का सबसे बड़ा हमला है. आईएसआईएस के मीडिया विंग अल फुरकान ने जिम्मेदारी की बात कबूली है. जानकारी के मुताबिक दोनों हमलावर भाई थे.
आईएसआईएस का मानना है कि शिया संप्रदाय में यकीन रखने वाले लोग काफिर हैं. आतंकी संगठने पहले भी ईरान में सिया समुदाय के तीर्थ और धार्मिक स्थलों को निशाना बना चुका है. हालांकि जिम्मेदारी तो आईएसआईएस ने ले ली लेकिन हमले के बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया. साथ ही ईरानी मीडिया ने जो हमले का ब्योरा दिया है, वह आईएसआईएस से काफी अलग है. आईएसआईएस के जिम्मेदारी लेने पर ईरान ने अब तक कुछ नहीं कहा है.