गोरखपुर : (मानवी मीडिया) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा से पूर्व पूरे प्रदेश को साफ-सुथरा और सुंदर बनाने का आह्वान किया है। शनिवार को प्रदेशभर के ग्राम प्रधानों और पंचायत प्रतिनिधियों से संवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने स्वच्छता को ईश्वरीय कार्य बताते हुए कहा कि विशेष स्वच्छता अभियान में भावना के साथ जुड़कर पूरे देश को एक नया संदेश दिया जाना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 22 जनवरी राष्ट्रीय उत्सव की तिथि है। पांच सौ वर्षों के इंतजार के बाद प्रभु श्रीराम के नव्य, भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान होने का उत्सव सिर्फ अयोध्या का नहीं है बल्कि यह हर गांव, हर घर और हर जन का उत्सव है। यह अभूतपूर्व उत्सव है तो हर गांव और हर घर तक तैयारियां भी उसी रूप में होनी चाहिए। यह प्रयास होना चाहिए कि श्रीरामोत्सव पर हर घर, देव मंदिर पर दीपोत्सव मने। घरों, मंदिरों और सार्वजनिक/सामुदायिक स्थानों पर रामनाम संकीर्तन हो। गांवों के अमृत सरोवरों पर भी दीपोत्सव मनाएं। प्रधानगण और सभी ग्रामीण जनप्रतिनिधि इसमें बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि श्रीरामलला के विराजमान उत्सव को अभूतपूर्व उल्लास से तरंगित करने का कार्य 14 जनवरी को विशेष स्वच्छता अभियान से प्रारंभ हो जाएगा। हर कस्बे, हर गांव, हर परिवार और हर व्यक्ति की इसमें सहभागिता अपेक्षित है। देव मंदिरों को स्वच्छ बनाकर उन्हें सुंदरता से सजाया जाए। प्रधानगण इसके लिए खुद प्रयास करने के साथ हर ग्रामवासी को जागरूक करें, उन्हें स्वच्छता का महत्व समझाएं।
स्वच्छता ईश्वर को तो प्रिय है ही, तमाम बीमारियों को दूर रखने में भी अनिवार्य है। चार दशक में पचास हजार मासूमों को असमय काल कवलित करने वाली इंसेफेलाइटिस जैसी त्रासद बीमारी की एक बड़ी वजह गंदगी थी और सरकार ने इसे पूरी तरह नियंत्रित करने में स्वच्छता और जागरूकता को सबसे महत्वपूर्ण माध्यम बनाया। ऐसे में स्वच्छता को बढ़ावा देकर अपने आराध्य प्रभु को प्रसन्न करने के साथ बीमारियों को भी दूर भगाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को पूरी तरह बंद करना है। 14 जनवरी का विशेष स्वच्छता अभियान इसके लिए बड़ा माध्यम बन सकता है। ग्राम प्रधानगण अपने अपने गांवों में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए लोगों को जागरूक करें। उन्हें इसके खतरे के प्रति आगाह करें। गांवों में स्वच्छता को लेकर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा होनी चाहिए। गांव जितना स्वच्छ होगा उतना ही सुंदर दिखेगा और उसकी ख्याति बढ़ेगी, हर तरफ से सराहना प्राप्त होगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी गांवों में 14 जनवरी को स्वच्छता को लेकर प्रतियोगिता का आयोजन किया जाए और इसकी मॉनिटरिंग पंचायती राज विभाग द्वारा की जाए।
मुख्यमंत्री ने सभी ग्राम प्रधानों से सॉलिड और लिक्विड वेस्ट मैनेजमेंट पर कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि इस दिशा में खाद गड्ढों की व्यवस्था करने से बड़ी मदद मिलेगी। पंचायतों में वेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था से पर्यावरण का संरक्षण होगा और किसानों को कम्पोस्ट खाद उपलब्ध कराई जा सकेगी। उन्होंने अमृत सरोवरों को एक मॉडल के रूप में विकसित करने को भी प्रेरित किया।