मुंबई : (मानवी मीडिया) जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल कल यानि शनिवार को कोर्ट में हाथ जोड़े लड़खड़ाते जज से रुंधे हुए स्वर में अपनी जमानत मांगते रहे। स्पेशल कोर्ट में उन्होंने कहा कि वह अब जिंदगी की आस खो चुके हैं। इस स्थिति में जीने से बेहतर होगा कि जेल में ही मर जाएं। उन्होंने जज से कहा कि पत्नी की कमी बहुत खलती है। वह कैंसर बीमारी के लास्ट स्टेज में हैं।
दरअसल नरेश गोयल केनरा बैंक में 538 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप में ईडी के न्यायिक हिरासत में चल रहे हैं। वह मुंबई की आर्थर रोड जेल में न्यायिक हिरासत में हैं। उन्होंने स्पेशल न्यायाधीश एमजी देशपांडे के सामने अपनी जमानत अर्जी दायर की थी। ईडी ने उन्हें शनिवार को अदालत में पेश किया। कार्यवाही के दौरान नरेश ने व्यक्तिगत सुनवाई की अपील की, जिसे जज ने स्वीकार कर लिया।
जज के सामने उन्होंने कहा कि उनका स्वास्थ्य बहुत बिगड़ गया है। पत्नी बिस्तर पर आखिरी सांस गिन रही हैं। उनकी इकलौती बेटी की तबीयत ठीक नहीं रहती है। जेल कर्मियों को भी सहायता करने की एक सीमाएं हैं। जज ने कहा कि जब वो अपनी बात रख रहे थे मैं उन्हें ध्यान से देखा उनका शरीर कांप रहा था। उन्हें खड़ा होने के लिए सहारे की जरूरत पड़ रही थी।
जस्टिस एमजी देशपांडे ने कहा कि गोयल ने अपने स्वास्थ्य की स्थिति और परेशानियों के बारे में विस्तार से बताया। मैंने उनकी बात को गौर से सुना। इसके बाद मैने आश्वासन दिया है कि उन्हें बेसहारा नहीं छोड़ा जाएगा। उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का पूरा ध्यान दिया जाएगा। उनका इलाज कराया जाएगा। मामले की अगली सुनवाई 16 जनवरी को होगी।