मेरठ (मानवी मीडिया)- अगर आप भी होटलों और ढाबों पर मीट खाने के शाैकीन हैं तो यह खबर आपके लिए अहम है। खबर यह है कि यूपी पुलिस ने दो ऐसे लोगों को पकड़ा है जोकि पहले जानवरों को जहर देकर मारते थे फिर उनका मीट होटलाें और रेस्टोरेंटों में बेचते थे। आरोपियों के नाम सुमित निवासी मेरठ और शाकिब निवासी अमरोहा बताए हैं।
आरोपी अधिकतर ताैर पर उन होटलों व रेस्टोरेंटों पर मीट बेचते थे जोकि हाईवे पर स्थित हैं। कुल 5 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज हुआ है। अब आप ही अनुमान लगाइए जिस जानवर के शरीर में जहर होगा उसका मीट जो ग्राहक खाते होंगे उनके शरीर को कितना नुकसान हो रहा होगा। नंगली किठौर निवासी मुनकाद ने दर्ज कराई रिपोर्ट में बताया गांव में उसके घेर में गुरुवार दोपहर दो युवक हैंडपंप पर हाथ धो रहे थे। वे बच्चों को देख चंपत हो गए। इसके करीब आधा घंटा बाद उनकी भैंस मर गई। मुनकाद ने मुर्दा मवेशी ठेकेदार भूषण निवासी भटीपुरा किठौर, सुमित निवासी कैली खरखौदा, करन, राहुल और शेखर निवासी हापुड़ पर भैंस को विष देकर मारने का आरोप लगाया। परिजनों ने मुर्दा मवेशी ठेकेदार को सूचना दी। शाम को सुमित गाड़ी लेकर भैंस उठाने पहुंचा तो ग्रामीणों ने उसका पीछा शुरू कर दिया। सुमित ने मृत भैंस लदी गाड़ी भटीपुरा के जंगल में छोड़ दी। करीब 40 मिनट बाद चालक पुनः पहुंचा और गाड़ी लेकर नंगलामल, मुंडाली के रास्ते खरखौदा फिर लालपुर होते हुए हापुड़ पहुंचा। ग्रामीण उसके पीछे लगे रहे। ग्रामीणों ने पीआरवी को सूचना दी। पुलिस अवैध कमेले में पहुंची तो वहां आधा दर्जन बाइक, दो अवैध मांस लदी पिकअप लगभग डेढ दर्जन लोग कटान में लगे थे जो पुलिस को देख फरार हो गए थे।