मध्यप्रदेश : (मानवी मीडिया) भोपाल से बच्चियों के गायब होने का मामला सामने आया है. यह सभी बच्चियां भोपाल में बिना अनुमित के चल रहे बालिका गृह में रहे रही थीं. यह चिल्ड्रेन होम परवालिया थाना क्षेत्र में चल रहा था. मामले सामने आने पर पुलिस ने इस मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज कर ली है. वहीं इस मामले में राष्ट्रीय बाल आयोग ने भी संज्ञान लिया है.
राष्ट्रीय बाल आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने इस घटना पर प्रदेश की चीफ सेक्रेटरी वीरा राणा को पत्र लिखा है. जानकारी के मुताबिक यह बालिका गृह अवैध तरीके चल रहा था. बालिका गृह से गायब होने वाली यह सभी बच्चियां मध्य प्रदेश के सीहोर, रायसेन, छिंदवाड़ा, बालाघाट और गुजरात, झारखंड और राजस्थान की रहने वाली थीं. पुलिस ने इस मामले में अब जांच शुरू कर दी हैं.
बच्चियों के गायब होने की जानकारी प्रियंक कानूनगो के औचक निरीक्षण के दौरान सामने आई. जब वह वहां पहुंचे तो उन्होंने बालिक गृह में रजिस्टर चेक किया. इस दौरान वहां 68 बच्चियों की एंट्री मिली, लेकिन उसमें से 26 बच्चियां गायब थीं. इसके बाद उन्होंने बालिका गृह के संचालक अनिल मैथ्यू से बच्चियों के गायब होने के बारे में पूछताछ की तो वह इसका सही जवाब नहीं दे पाए. फिर मामले की जानकारी पुलिस को दे दी गई और मुख्य सचिव को पत्र के माध्यम से 7 दिनों में इसकी रिपोर्ट मांगी है. वहीं पुलिस की एफआईआर के मुताबिक, बालिकाओं के लिए संचालित इस चिल्ड्रेन होम में कई अनियमितताएं पाई गई हैं.