लखनऊ( मानवी मीडिया) दुर्लभ प्रजाति के कछुओं की अन्तर्राज्यीय तस्करी में लिप्त 03 सक्रिय तस्कर गिरफ्तार, कब्जे से 741 कछुएँ व तस्करी में प्रयुक्त वाहन बोलेरो पिकप बरामद।
दिनंाकः 09.12.2023 को एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को दुर्लभ प्रजाति के कछुओं की अन्तर्राज्यीय तस्करी में लिप्त 03 सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 27 बोरों में भरे गये 741 दुर्लभ प्रजाति के कछुएँ व तस्करी में प्रयुक्त वाहन बोलेरो पिकप बरामद करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण:-
1- शनि पुत्र मुन्ना, निवासी गॉधीनगर पालपुर, थाना जगदीशपुर जनपद अमेठी।
2- सूरज पुत्र मिथुन, निवासी गॉधीनगर पालपुर, थाना जगदीशपुर, जनपद अमेठी।
3- आदर्श सिंह पुत्र अमर सिंह, निवासी ग्राम कामीपुर, थाना कुर्सी, जनपद बाराबंकी हालपता ग्राम
व पो0 भवानीगढ़, थाना शिवगढ़, जनपद रायबरेली।
बरामदगी:-
1-741 अदद दुर्लभ प्रजाति के कछुएॅ
2-03 अदद मोबाइल फोन
3-01 अदद बोलेरो पिकप नम्बर-न्च् 32 भ्छ 5004 (तस्करी में प्रयुक्त)
4- नकद रू0 3790/-
गिरफ्तारी का स्थान, दिनांक व समय
नवाबगंज टोल प्लाजा, थाना क्षेत्र नवाबगंज, कमिश्नरेट प्रयागराज, दिनांक-08.12.2023 रात्रि 20ः30 बजे।
वन्य जीव अपराध नियन्त्रण ब्यूरो (ॅब्ब्ठ), भारत सरकार की पहल पर एस0टी0एफ0 द्वारा पिछले कई वर्षों से उत्तर प्रदेश में कछुओं की तस्करी पर प्रभावी कार्यवाही की है। भारत में कछुओं की पाई जाने वाली 29 प्रजातियों में 15 प्रजातियाँ उत्तर प्रदेश में पाई जाती है, इनमें 11 प्रजातियों के अवैध व्यापार की बात प्रकाश में आयी है। यह अवैध व्यापार जीवित कछुए के माँस अथवा कछुआंे की कैलिपी (झिल्ली) को सुखा कर शक्तिवर्धक दवा के लिए प्रयोग किया जाता है। कछुओं को ैव्थ्ज् ैभ्म्स्स् (मुलायम कवच) तथा भ्।त्क् ैभ्म्स्स् (कठोर कवच) के रूप में वर्गीकृत किया जाता है। इस सम्बन्ध में एस0टी0एफ0 की विभिन्न इकाईयों/टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। उक्त निर्देश के क्रम में श्री नवेन्दु कुमार, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, प्रयागराज व श्री विमल सिंह, पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 मुख्यालय लखनऊ के समन्वय एवं निर्देषन में अभिसूचना संकलन कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन के दौरान एस0टी0एफ0 प्रयागराज टीम के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह मुख्य आरक्षी प्रभन्जन पाण्डेय, विकास तिवारी, अजय कुमार यादव, सोनू व आरक्षी चालक अखण्ड प्रताप पाण्डेय की टीम आरक्षी अंकित पाण्डेय व आरक्षी अंकित सिंह एस0टी0एफ0 लखनऊ के साथ नवाबगंज क्षेत्र में मौजूद थी कि मुखबिर द्वारा सूचना मिली कि कछुएँ की तस्करी करने वाले गिरोह के कुछ सदस्य लखनऊ की तरफ से बोलेरो पिकप नम्बर-न्च् 32 भ्छ 5004 से कछुएँ लादकर पश्चिम बंगाल ले जा रहे है। इस सूचना पर एस0टी0एफ0 द्वारा वन विभाग को सूचना दी गयी सूचना पर वन विभाग सोरांव, प्रयागराज के रेन्ज प्रागी लाल वर्मा, वन दरोगा कृष्ण कुमार त्रिपाठी अपनी टीम के साथ नवाबगंज टोल प्लाजा पर उपस्थित आये तथा दोनों टीमों के समन्वय से थाना क्षेत्र नवाबगंज टोल प्लाजा पर समय करीब 20ः30 बजे उक्त बोलेरो पिकप वाहन को रोककर चेक किया गया तो धान व भूसी के बीच छिपाये गये 27 बोरों में दुर्लभ प्रजाति के 741 कछुएँ उपरोक्त तस्करों के कब्जे से बरामद कर गिरफ्तार किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों से गहनता से पूछताछ करने पर अभियुक्तों द्वारा बताया गया कि उन लोगों का कछुआ तस्करी का एक सक्रिय गिरोह है, जो अपने आर्थिक व भौतिक लाभ के लिये उत्तर प्रदेश से वन्य जीवों/कछुओं की तस्करी भारत के विभिन्न प्रान्तों में करते है। बरामद कछुओं के सम्बन्ध में पूछने पर बताया गया कि यह कछुआ यह लोग जगदीशपुर जनपद अमेठी में सलमान, अकबर व फूल मोहम्मद से प्राप्त किये थे, जिसे लेकर पश्चिम बंगाल जा रहे थे वहॉ पर स्थानीय तस्करों से सम्पर्क कर इन दुर्लभ प्रजाति के कछुओं को ऊँचे दामों पर बेच दिया जाता है। वहॉ के स्थानीय तस्करों द्वारा कछुआंे की कैलिपी (झिल्ली) को सुखा कर शक्तिवर्धक दवा के लिए प्रयोग किया जाता है।
गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना नवाबगंज, कमिश्नरेट प्रयागराज में दाखिल किया गया, जिनकेे विरूद्ध अग्रिम विधिक कार्यवाही अन्तर्गत धारा-9/39/48ए/49बी/50/51ए वन्य जीव संरक्षण अधिनियम-1972 व आई0एफ0ए0 1927 की धारा-52/52ए/26 में वन विभाग प्रयागराज द्वारा की जा रही है।