लखनऊ : (मानवी मीडिया) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को पीएसी स्थापना दिवस पर लखनऊ स्थित 35वीं वाहिनी पीएसी महानगर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए. सीएम योगी ने बेस्ट बटालियन अवार्ड, बेस्ट प्लाटून ड्रील, सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों व मेधावी छात्रों को स्मृति चिह्न व नकद पुरस्कार से सम्मानित किया. इस दौरान उन्होंने वहां मौजूद सभी अधिकारियों को पीएसी स्थापना दिवस की बधाई दी. उन्होंने आगे कहा कि किसी भी बल की छवि उसके जवानों के शौर्य और पराक्रम से निर्मित होती है. इस दृष्टि से उत्तर प्रदेश पीएसी का इतिहास सदैव स्वर्णाक्षरों में लिखा जाएगा. वर्ष 2001 में देश की संसद पर हमला हुआ था,
उस समय उत्तर प्रदेश पीएसी के जवानों ने अपने पराक्रम का प्रदर्शन करते हुए हमले को निष्फल करने में सफलता प्राप्त की थी. पीएसी के जवानों ने अपने शौर्य और पराक्रम से सभी हमलावरों को मार गिराकर उनके मंसूबों पर पानी फेरने का काम किया था. इतना ही नहीं, देश की आस्था के प्रतीक श्री राम जन्मभूमि पर जब आतंकी हमला हुआ था तब भी पीएसी ने उसे हमले को निष्फल कर उनके मंसूबों को विध्वंस करने का काम किया था. पीएसी के गौरवशाली इतिहास के बाद भी कुछ लोगों ने अपनी कुत्सित सोच के चलते प्रदेश में पीएसी की 46 कंपनियों को समाप्त कर दिया था. वहीं आज पीएसी के गौरवशाली अतीत को देखते कुल 33 बटालियन में 273 कंपनियां पूर्णतया क्रियाशील हो चुकी हैं.