उत्तर प्रदेश : (मानवी मीडिया) टीबी को खत्म करने की दिशा में प्रदेश सरकार ने अहम कदम उठाया है। सभी टीबी मरीजों की एचआईवी और डायबिटीज की जांच कराई जाएगी। इससे टीबी मरीजों में इन बीमारियों के संक्रमण को शुरुआत में पकड़ने में मदद मिलेगी।
बीमारी पर काबू पाने में भी सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि टीबी मरीजों में रोगों से लड़ने की शक्ति कम हो जाती है। ऐसे में दूसरी बीमारियां मरीजों को आसानी से अपना शिकार बना सकती हैं।
टीबी मरीजों में एचआईवी संक्रमण और डायबिटीज का खतरा कई गुना ज्यादा रहता है। मौजूदा समय में 96 प्रतिशत टीबी रोगियों की डायबिटीज की जांच हो रही है। एचआईवी संक्रमित की भी 96 प्रतिशत जांच हो रही है। इसे अब 100 फीसदी करना है।