लखनऊ (मानवी मीडिया ) उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने जताया शोकउत्तर प्रदेश के राजभवन में विवेकानंद प्रतिमा बनानेवाले शिल्पी उत्तम पाचारणे का निधन*
ललित कला अकादमी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष व जानेमाने शिल्पी उत्तम पाचारणे के आकस्मिक निधन पर पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने शोक जताया. मृत्यू समय उत्तम 67 वर्ष के थे.
दलित समाज में जन्मे उत्तम मुंबई के जे.जे.स्कूल ऑफ़ आर्ट्स के स्वर्णपद विजेता स्नातक थे. उन्होंने अपने शुरूआती दिनों में पूर्व राज्यपाल राम नाईक जब विधायक थे तब 1986 में उनके क्षेत्र बोरीवली में स्वामी विवेकानंद की सुंदर पूर्णाकृति बनायी थी. स्वाभाविक था कि जब उत्तर प्रदेश के राजभवन में वर्ष 2019 में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थापित करने का निर्णय हुआ तो उत्तम पाचारणे को न्यौता गया. उन्होंने बनायी यह प्रतिमा अब राजभवन की गरिमा बढाती है.
डॉ. भीम राव आंबेडकर, छत्रपति शिवाजी महाराज, छत्रपति शाहु महाराज आदि महापुरुषों की श्री उत्तम ने बनायी प्रतिमाएं पूरे देश में जगह – जगह है. लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रांगण में भी उनके द्वारा निर्मित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा है. उत्तम पाचारणे द्वारा बनाए लखनऊ के मध्य कमानस्थित परमवीर चक्रप्राप्त हुतात्माओं के भित्तिचित्र विशेष माने जाते है. गोरखपुर में भी पाचारणे ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा बनायी है.
मुंबई के बॉम्बे आर्ट सोसायटी के कई वर्ष अध्यक्ष रहे पाचारणे वर्ष 2018 से चार वर्षों तक राष्ट्रीय ललित कला अकादमी के अध्यक्ष थे. उनके कार्यकाल में ललित कला अकादमी ने नए सीरे से कई योजनाओं की शुरुआत की. “श्री उत्तम के दु:खद निधन से मैं व्यक्तिगत रूप से आहत हूं. हमने बड़े हुनर का मूर्तिकार खो दिया है” इन शब्दों में पूर्व राज्यपाल राम नाईक ने श्री पाचारणे को श्रद्धांजलि दी है तथा पाचारणे के परिवारजनों को सांत्वना दी है. पाचारणे के पश्चात् पत्नी ज्योति, एक कन्या, एक पुत्र व परिवार है.