हरदोई : (मानवी मीडिया) गाड़ी हटा लो, मां बीमार है। दवा लेकर आया हूं। रात में इमरजेंसी पड़ सकती है। गाड़ी नहीं हटी तो इमरजेंसी पड़ने पर दिक्कत होगी। बैंक ऑफ इंडिया के करेंसी चेस्ट अधिकारी की यह बात शहर कोवाली में तैनात दीवान को नागवार गुजर गई। इसके बाद पुलिस ने ऐसी इमरजेंसी लगाई कि बैंक अफसर की मासूम बेटी से लेकर पत्नी और मां तक दहल गईं। अफसर की कोतवाली में बेरहमी से पिटाई की गई। पेट पर बेंत रखकर पुलिस ने बर्बारता करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। बाद में बैंक अफसर का ही 151 में चालान कर जमानत दे दी। बैंक अफसर ने अब मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस अफसरों तक से न्याय की गुहार लगाई है।
दीवान की हरकत देख शैलेंद्र की 12 साल की बेटी ने वीडियो बनाना शुरू कर दिया तो दीवान न उससे भी अभद्रता कर दी। शैलेंद्र ने यूपी 112 पर सूचना दी। पीआरवी मौके पर पहुंची। इसी दौरान दीवान और भड़क गया। फिर साथी पुलिसकर्मियों के साथ कंधे पर टांगकर कोतवाली में ले गए।
शैलेंद्र के मुताबिक, पुलिसकर्मियों ने उस पर जमकर लाठी चलाई और पटे से भी पिटाई की। बाद में शांतिभंग में उसका चालान कर दिया। पूरे मामले की शिकायत उसने मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस अफसरों तक से की है। सोमवार को सीओ सिटी अंकित मिश्रा से भी उसने अपने परिवार और सहकर्मियों की मौजूदगी में आपबीती बताई। सीओ अंकित मिश्रा ने जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया है।