नई दिल्ली (मानवी मीडिया) संसद की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में बवाल खड़ा हो गया है. विपक्ष के कुल 31 सासंदों को लोकसभा से पूरे सत्र के लिए निंलबित कर दिया गया है. इसमें कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी भी शामिल हैं.
इसके बाद विपक्ष लगातार सरकार पर हमला बोल रहा है. विपक्ष के कई नेताओं की तरफ से सरकार पर तनाशाही करने का आरोप लगाया गया है. वहीं अब इस पर अधीर रंजन चौधरी की प्रतिक्रिया सामने आ गयी है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की तानाशाही अपने चरम पर पहुंच गई है. वह सदन को अपने पार्टी ऑफिस की तरह चलाना चाहती है.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन ने कहा कि, ”आज सुबह से और पिछले कई दिनों से हम मांग कर रहे हैं कि हमारे सांसदों का निलंबन रद्द किया जाए और गृह मंत्री सदन में बयान जारी करें.” बता दें कि इससे पहले आज लोकसभा स्पीकर ने अधीर रंजन चौधरी सहित 31 विपक्षी सदस्यों को शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए सदन से निलंबित कर दिया.
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने आगे कहा कि उनको लगता है कि सरकार बहुमत के बाहुबल का डंडा घुमाकर सबको ठंडा कर देंगे और सबकी जुबान बंद कर देंगे. उन्होंने आगे कहा कि मुझे नहीं लगता कि सदन में विपक्ष का कोई नेता बचा है,
मैं भी इस लिस्ट में शामिल हूं. सुबह से हमारी मांग थी कि हमारे जितने सांसद निलंबित हैं उनकी बहाली हो और गृह मंत्री अमित शाह सदन में आकर जवाब दें. जो बयान वो टीवी पर बैठकर देते हैं वो बात सदन में आकर कहें और देश को जानकारी दें.