अग्नि को हिन्दू धर्म में देवता के रूप में पूजा जाता है. घर में जब भी पूजा पाठ होता है तो उसमें हवन किया जाता है और जब हवन होता है तो अग्नि का प्रकाश पूरे घर को रोशनी से भर देता है. कोई भी रत्न हो वो भी अग्नि से बने होते हैं. हिन्दू धर्म में तो बिना अग्नि के इंसान को मुक्ति भी नहीं मिलती है. अग्नि की प्रार्थना अर्चना से घर में बरकत, शांति, समृद्धि मिलती है. कहा जाता है घर में आने वाला कोई संकट अग्नि की प्रार्थना के बाद टल जाता है. क्योंकि अग्नि वो शक्ति है, जिससे सभी बुराईयों का नाश होता है. अग्नि को देवता मानकर घर में पूजा और अर्चना की जाती है, इसीलिए हवन में आहुति यह मान कर दी जाती है कि यह देवताओं को अर्पण होगा. शादी भी बिना अग्नि हवन की पूजा के बिना पूरी नहीं होती है. कहा जाता है अग्नि देव मनुष्य के जन्म से लेकर इंसान की मुक्ति तक साथ ही रहते है. इसलिए अग्नि का धार्मिक महत्व बहुत ही ज्यादा है.
अग्नि को हिन्दू धर्म में देवता के रूप में पूजा जाता है. घर में जब भी पूजा पाठ होता है तो उसमें हवन किया जाता है और जब हवन होता है तो अग्नि का प्रकाश पूरे घर को रोशनी से भर देता है. कोई भी रत्न हो वो भी अग्नि से बने होते हैं. हिन्दू धर्म में तो बिना अग्नि के इंसान को मुक्ति भी नहीं मिलती है. अग्नि की प्रार्थना अर्चना से घर में बरकत, शांति, समृद्धि मिलती है. कहा जाता है घर में आने वाला कोई संकट अग्नि की प्रार्थना के बाद टल जाता है. क्योंकि अग्नि वो शक्ति है, जिससे सभी बुराईयों का नाश होता है. अग्नि को देवता मानकर घर में पूजा और अर्चना की जाती है, इसीलिए हवन में आहुति यह मान कर दी जाती है कि यह देवताओं को अर्पण होगा. शादी भी बिना अग्नि हवन की पूजा के बिना पूरी नहीं होती है. कहा जाता है अग्नि देव मनुष्य के जन्म से लेकर इंसान की मुक्ति तक साथ ही रहते है. इसलिए अग्नि का धार्मिक महत्व बहुत ही ज्यादा है.