लखनऊ,( मानवी मीडिया)बिजली उपभोक्ताओं को अपने बकाये की राशि चुकाने के लिए योगी सरकार द्वारा शुरू की गई एकमुश्त समाधान योजना अतंत्य लोकप्रिय साबित हो रही। अब तक की यह सबसे सफल योजना रही। योजना के तहत् उपभोक्ताओं ने बकाये में मिली छूट का अब तक भरपूर लाभ लिया। योजना के तहत 8 नवम्बर से 23 दिसंबर तक 37.60 लाख से ज्यादा लोगों को लाभ मिला है। इससे विभाग को 3900 करोड़ रुपए से ज्यादा का राजस्व भी प्राप्त हुआ। सभी उपभोक्ताओं को अब तक 1550 करोड़ रुपए का फ़ायदा हुआ। अभी योजना को एक सप्ताह से ज्यादा का समय बचा हुआ है, अंतिम दिनों में भी उपभोक्ता इसका फायदा उठाकर अपने बकाया बिलों और विद्युत चोरी व आरसी जारी होने के मामलों को खत्म करा सकते हैं।
*31 दिसंबर के बाद नहीं मिलेगी राहत*
नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए के शर्मा ने शनिवार को जल निगम फील्ड हॉस्टल ’’संगम’’ लखनऊ में ओटीएस योजना की प्रगति के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने उपभोक्ताओं से भी अपील की है की योजना के अंतिम दिनों में भी लाभ लेकर अपनी समस्याओं का समाधान कर लें। 31 दिसंबर के पश्चात ऐसे उपभोक्ताओं पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी, जिनका बिल बकाया होगा या विद्युत चोरी व आरसी के मामले लंबित होंगे। उन्होंने अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि योजना के अंतिम दिनों में पूरी गम्भीरता व लगन के साथ प्रयास करें, जिससे अधिक से अधिक उपभोक्ता इसका लाभ उठा सके।
*1.70 लाख वाणिज्यिक उपभोक्ताओं ने लिया लाभ*
उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार ने 8 नवंबर, 2023 को एकमुश्त समाधान योजना (ओटीएस) की तीन चरणों में शुरुआत की थी। उपभोक्ताओं ने योजना का लाभ लेने के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में अपना पंजीकरण कराया। अब तक उपभोक्ताओं को योजनांतर्गत 1550 करोड़ रुपए का लाभ प्राप्त हुआ है। योजना में 33.38 लाख घरेलू उपभोक्ताओं को लगभग 1041 करोड़ रुपए का लाभ प्राप्त हुआ। इनसे 3036 करोड़ रुपए का राजस्व मिला। इसी तरह निजी नलकूप में 1.56 लाख किसानों को 113.46 करोड़ रुपए की छूट मिली और विभाग को 406 करोड़ रुपए का राजस्व मिला। प्रदेश में कुल 14 लाख निजी नलकूप कनेक्शन है। योजना में 1559 निजी संस्थानों तथा 09 हजार औद्योगिक प्रतिष्ठानों ने लाभ लिया। इसी प्रकार यह ऐसी पहली योजना है, जिसमें 76 हजार लोगों ने विद्युत् चोरी करने व आरसी जारी होने के मामलों में भी लाभ लिया और उन्हें 376 करोड़ रूपए की छूट मिली। एक किलोवाट तक भार वाले 33.38 लाख छोटे घरेलू उपभोक्ताओं ने लाभ लिया और इससे विभाग को 3036 करोड़ रूपए का राजस्व प्राप्त हुआ। 1.70 लाख वाणिज्यिक उपभोक्ताओं ने लाभ लिया औन इनसे 195 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्त हुआ। गत वर्ष ओटीएस का 38.13 लाख उपभोक्ताओं ने लाभ लिया और विभाग को 2900 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ।
*4671 विद्युत उपकेन्द्रों पर लगाए गए कैंप*
ऊर्जा मंत्री ने बताया कि विद्युत बकाये के एकमुश्त समाधान के लिए अभी तक जिन उपभोक्ताओं ने इस योजना का लाभ नहीं लिया है, उनसे अपील है कि वो तत्काल योजना का लाभ लेने के लिए अपना रजिस्ट्रेशन करा लें। ऊर्जा मंत्री ने कहा कि ओटीएस योजना के समाप्त होने में अब लगभग एक सप्ताह शेष है। इसलिए पूरी क्षमता के साथ इसको सफल बनाने में सभी कार्मिक प्रयास करें, जिसमें अधिक से अधिक उपभोक्ता इसका लाभ ले सकें। इस योजना का लाभ जन जन तक पंहुचाने के लिये प्रदेश के 4671 विद्युत उपकेन्द्रों पर कैम्प लगाए गए, जिसके अन्तर्गत मौके पर ही विद्युत बिल से सम्बन्धित, मीटर से सम्बन्धित शिकायतों का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त विद्युत चोरी के प्रकरणों में निस्तारण के पश्चात लोगों ने विद्युत कनेक्शन भी लिए।