लखनऊ (मानवी मीडिया) इस बार भाई दूज के त्यौहार को लेकर बड़ी कन्फ्यूजन है, कि यह त्यौहार 14 या 15 नवंबर को मनाया जाएगा। वैसे तो यह दीपावली पर्व के ठीक दो दिन बाद मनाया जाता है। इस बार भाई दूज का त्यौहार किस दिन मनाया जाएगा इसको लेकर अभी भी लोग असमंजस में पड़े हैं। तो आज वैदिक एस्ट्रोलॉजर, आचार्य राजीव शुक्ला आपको इसकी सही तिथि और तारीख बताने जा रहे हैं।
प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज मनाया जाता है। यह त्यौहार बड़ा ही सुंदर और भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक है। इस दिन बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती हैं और उनके सफल जीवन की कामना करती हैं। इस त्यौहार को लेकर मान्यता है कि मृत्यु के देवता यमराज एक बार अपनी बहन यमुना जी के घर गए थे और यमुना जी ने उनका स्वागत कर उनको तिलक लगाया था। उस दिन से यह पर्व भाई दूज के नाम से प्रसिद्ध हो गया।
यमराज देव ने स्नेह पूर्वक अपनी बहन से कहा कि अबसे हर साल कार्तिक मास की द्वितीया तिथि को जो भी बहनें अपने भाई को तिलक लगाकर भाई दूज का पर्व मनाएंगी उनके भाईयों को दीर्घायु का वरदान मिलेगा और उनकी सदैव रक्षा होगी।
तो आइये आचार्य राजीव से जानते हैं इस बार भाई दूज का त्यौहार कब मनाया जाएगा और क्या है इसका तिलक लगाने का शुभ मुहूर्त मुहूर्त।
मान्यता के अनुसार भाई दूज कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को हर साल मनाई जाती है। इस बार कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 14 नवंबर 2023 दिन मंगलवार को 2 बजकर 36 मिनट से लेकर 15 नवंबर 2023 दिन बुधवार को दोपहर 1 बजकर 47 मिनट तक रहेगी। हिंदू धर्म की मान्यता के अनुसार कोई भी त्यौहार और उसकी पूजा का शुभारंभ उदया तिथि में करना ज्यादा महत्वपूर्ण होता है। इस लिहाज से यह पर्व 15 नवंबर 2023 के दिन बुधवार को भाई दूज मनाना ज्यादा शुभ माना जाएगा।
भाई दूज का तिलक 14 नवंबर 2023 दिन मंगलवार को 1 बजकर 10 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 19 मिनट के बीच कभी भी तिलक लगाया जा सकता है। वहीं अगर आप 15 नवंबर 2023 दिन बुधवार को तिलक लगा रही हैं। तो उसका शुभ मुहूर्त सुबह 10 बजकर 40 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजे तक रहेगा है।
_आचार्य राजीव शुक्ला
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