पटना (मानवी मीडिया) : बिहार के स्कूलों में छुट्टियों को लेकर बड़ा बवाल खड़ा हो गया है। एक तरफ बिहार सरकार ने हिन्दू तीज त्यौहारों पर होने वाली छुट्टियों को या तो रद्द कर दिया या फिर छुट्टी के दिनों की संख्या कम कर दिया है। वहीं मुस्लिमों के त्यौहारों की छुट्टियों को बढ़ा दिया गया है। इस संबंध में बिहार के शिक्षा विभाग की ओर से एकेडमिक कैलेंडर भी जारी किया गया है। इस कैलेंडर को देखते ही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने इसे तुष्टिकरण की राजनीति बताते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमले शुरू कर दिए हैं।
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि एक बार फिर बिहार सरकार तुष्टिकरण का खेल खेलने लगी है। हिन्दू पर्व-त्यौहारों की छुट्टियों जैसे जन्माष्टमी, रामनवमी, रक्षा बंधन और शिवरात्रि की छुट्टी को रद्द कर दिया है। हिन्दुओं को जातियों में बांटने के बाद सीएम अब अल्पसंख्यकों के लिए तुष्टिकरण करने में जुटे हैं। उधर, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इसे इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ बिहार बताया।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर लिखा है कि नीतीश और लालू सरकार ने स्कूलों में मुस्लिम पर्व की छुट्टी बढ़ाई, हिन्दू त्योहारों में छुट्टी खत्म। कहा कि ईद मुहर्रम की छुट्टियां बढ़ा दी गई हैं। यह भी गजवा-ए-हिन्द का एक हिस्सा है। इसी क्रम में अश्वनि कुमार चौबे ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को तुष्टिकरण के सरदार-बिहार के कुर्सी कुमार कहा है। उन्होंने अपने माइक्रो ब्लागिंग साइट एक्स पर लिखा है कि एक बार फिर चाचा-भतीजे की सरकार का हिंदू विरोधी चेहरा सामने आया है।
इस सरकार में एक तरफ जहां स्कूलों में मुस्लिम पर्व की छुट्टी बढ़ाई गई हैं, वहीं हिन्दू त्योहारों में छुट्टियां खत्म की जा रही हैं। इसी के साथ उन्होंने लिखा है कि लानत है वोटबैंक के लिए सनातन से घृणा करने वाली सरकार को बता दें कि बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने साल 2024 का एकेडमिक कैलेंडर जारी किया है। इसी कैलेंडर के मुताबिक सरकारी विद्यालयों का संचालन किया जाएगा। इस कैलेंडर में विभाग ने जो छुट्टियों की जानकारी दी है, इसमें हिन्दुओं के पर्व त्योहारों में छुट्टियों में कटौती की गई है।