नई दिल्ली : (मानवी मीडिया) भारत समंदर में अपनी ताकत में इजाफा कर रहा है. अब भारतीय नौसेना को एक और विमानवाहक देने की तैयारी की जा रही है. रक्षा खरीद परिषद (DAC) में इसको लेकर फैसला होगा. भारतीय नेवी के पास पहले से ही दो विमानवाहन पोत आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत हैं. नया विमानवाहक पोत 40 हजार करोड़ की लागत से बनेगा. 45 हजार टन वजनी इस विमानवाहक पोत को कोचीन शिपयार्ड में बनाया जाएगा. इस पर करीब 28 लड़ाकू विमान और हेलीकॉप्टर तैनात हो सकेंगे
भारत अब हिन्द महासागर में अपनी ताकत बढ़ा रहा है. चीन के पास दो विमानवाहक पोत हैं, जबकि पाकिस्तान के पास एक भी नहीं है. यह नया विमानवाहक पोत स्वदेशी विक्रांत की तरह ही होगा. इसकी लंबाई 262 मीटर और चौड़ाई 62 मीटर और ऊंचाई 59 मीटर होगी. इसकी रफ्तार 52 किलोमीटर प्रतिघंटा की होगी. इसे तैयार करने में करीब 8 से 10 वर्ष लगेंगे.