लखनऊ : (मानवी मीडिया) किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की मेहनत रंग लाई। शनिवार को केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं।
दरअसल, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के लिए राजपत्रित और साप्ताहिक अवकाश लेना काफी कठिन होता जा रहा था, अवकाश लेने पर वेतन से पैसे कटने का डर हमेशा बना रहता था, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। उपस्थिति तो बायोमैट्रिक से ही लगेगी, लेकिन सरकारी व साप्ताहिक अवकाश भी कर्मचारियों को मिलेगा। साथ ही बोनस भी कर्मचारियों को दिये जाने के निर्देश हो गया है। यह सबकुछ संभव हुआ है कर्मचारियों की एकजुटता से।
एजेन्सी की तरफ कर्मचारियों के हो रहे शोषण के खिलाफ शनिवार को कर्मचारी एकजुट हो गये। संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ केजीएमयू के अध्यक्ष रितेश मल्ल के नेतृत्व में कुलपति कार्यालय का घेराव शुरू कर दिया। कर्मचारियों के प्रदर्शन की जानकारी होने पर कुलपति ने तत्काल उच्च अधिकारियों को बुलाकर संगठन के पदाधिकारी के साथ बात की। जिसके बाद केजीएमयू की कुलपति प्रो. सोनिया नित्यानंद ने कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं।
कर्मचारियों की इन मांगों पर बनी सहमति
1. कर्मचारियों को बोनस दिया जायेगा ।
2. सभी कर्मचारियों को साप्ताहिक अवकाश, राजपत्रितअवकाश मिलेगा, वेतन में कटौती नहीं होगी ।
3. 28 दिन कि डियूटी पर 32 दिन तक ही ओवर टाइमिंग का वेतन प्राप्त होगा उससे अधिक के लिए एजेन्सी द्वारा रिलीवर लगया जायेगा ।
4. ESIC के इलाज के लिए चिकित्सा विश्वविद्यालय में डिस्पेसरी खोले जाने की बात सामने आई है।
5. चिकित्सा विश्वविद्यालय के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के वेतन में प्रति वर्ष 5 फीसदी की बढ़ोत्तरी होगी।
6. EPF/ESIC में अनियमितता की जांच होगी।