उत्तरकाशी : (मानवी मीडिया) सिलक्यारा टनल हादसे के 17वें दिन मंगलवार को बड़ी कामयाबी मिली। सेना द्वारा मैनुअल ड्रीलिंग से बड़ी सफलता मिली है। 57 मीटर पर ब्रेकथ्रू मिल गया है और मजदूरों का चेहरा दिखाई दिया है। इसका मतलब है कि अब एक पाइप डालकर मजदूरों को बाहर निकलने का काम शुरू किया जाएगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी टनल के अंदर मौजूद हैं। टनल के बाहर एम्बुलेंस खड़ी है। अभी पाइप की सफाई का काम चल रहा है।
एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और डॉक्टर की टीम भी टनल के अंदर मौजूद है। जवान स्ट्रेचर, रस्सी और ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर टनल के अंदर से मजदूरों के पास जायंगे। जो पाइप के अंदर से मजदूरों के आस पहुंचेगी। चिन्यालीसौड़ तक ग्रीन कॉरिडोर तैयार कर दिया गया है। ऋषिकेश एम्स में भी सभी तैयारियां पूरी है। हेलीकॉप्टर भी अलर्ट पर रखे गए हैं।
टनल के बाहर पहले से तैनात एंबुलेंस के जरिए मजदूरों को अस्पताल ले जाया जाएगा। टनल के पास बेस हॉस्पिटल है। जहां मजदूरों को प्राथमिक उपचार दिया जाएगा। इसके बाद इन्हें 30-35 किलोमीटर दूर चिन्यालीसौड़ ले जाया जाएगा। वहां 41 बेड का स्पेशल हॉस्पिटल बनाया गया है। अगर किसी मजदूर की हालत खराब हुई, तो उन्हें फौरन एयरलिफ्ट कर AIIMS ऋषिकेश भेजा जाएगा।