लखनऊ : (मानवी मीडिया) मधुमेह यानी डायबिटीज के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। भारत में स्थिति और ज्यादा खराब है। यहां मधुमेह यानी शुगर के मामले में इधर कुछ सालों में मधुमेह पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ी है। लोगों में इस बीमारी को लेकर जागरुकता आये।
इसी के चलते हर साल 14 नवंबर के दिन विश्व मधुमेह दिवस मनाया जाता है। राजधानी लखनऊ में भी लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए, रिसर्च सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया (उत्तर प्रदेश शाखा) ने ऐतिहासिक नौबत खाना, बड़ा इमाम बाड़ा परिसर में कार्यक्रम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम विश्व मधुमेह दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित किया गया।
इस अवसर पर इमामबाड़ा परिसर स्थित नौबत खाना को नीली रौशनी से प्रकाशित किया गया। बताया जा रहा है कि अंतरराष्ट्रीय डायबिटीज फेडरेशन दुनिया भर में डायबिटीज के खिलाफ विश्व पहल का संचालन करती है और दुनिया के प्रमुख स्मारकों को नीली रोशनी से प्रकाशित करती है।
रिसर्च सोसाइटी फॉरस्टडी ऑफ डायबिटीज इन इंडिया के उत्तर प्रदेश शाखा के सचिव डॉ. अजय तिवारी ने कहा कि हमने लखनऊ के ऐतिहासिक इमामबाड़ा के परिसर में नौबत खाना को प्रकाशित कर, डायबिटीज के खिलाफ विश्व समुदाय की मुहिम के साथ अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। इस वर्ष के विश्व डायबिटीज दिवस का थीम है "अपने डायबिटीज के जोखिम को जानो" और नारा "अपने जोखिम को जानो, अपनी प्रतिक्रिया को जानो" है।