(मानवी मीडिया) : सर्जरी के 12 साल बाद शरीर के अंदर महिला के शरीर में नट और बोल्ट पाया गया. राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (एनसीडीआरसी) ने महिला को 13.77 लाख रुपये का मुआवजा देने के फैसले को बरकरार रखा है. महिला की सर्जरी पांडिचेरी के एक क्लिनिक में की गई थी
एनसीडीआरसी के पीठासीन सदस्य सुदीप अहलूवालिया और सदस्य जे राजेंद्र ने राज्य आयोग के फैसले की पुष्टि करते हुए कहा कि महिला उचित मुआवजे की हकदार है. क्लिनिक की सेवा में कमी और लापरवाही के कारण उसे परेशानी और पीड़ा का सामना करना पड़ा.
आगे कहा कि जिस असहनीय पीड़ा, कष्ट और कठिनाई से वह गुजरी थी और रातों की नींद हराम हो गई थी और अपने पति और अपने बच्चों को बहुमूल्य सेवा प्रदान करने के लिए गृहिणी के रूप में अपने दिन-प्रतिदिन के काम को करने में असमर्थता का सामना करना पड़ा. उसे आर्थिक रूप से भी नुकसान उठाना पड़ा. वो उचित मुआवजे की हकदार है.