श्रीनगर (मानवी मीडिया) जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में उस धार्मिक मदरसे को ध्वस्त कर दिया है, जहां पिछले वर्ष गोलीबारी हुई थी। पुलिस ने कहा कि दारुल-उल-उलूम सरकारी जमीन पर बनाया गया था और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की सिफारिश पर सोमवार और मंगलवार की दरमियानी रात इसे ध्वस्त कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि पुलिस सुरक्षा के तहत राजस्व अधिकारियों ने सरकारी भूमि पर अवैध संरचनाओं को ध्वस्त कर दिया। पिछले साल पुलिस और सेना ने 11 और 12 मार्च की रात को पुलवामा के चेवा कलां स्थित दारुल-उल-उलूम में ऑपरेशन चलाया था, जिसमें एक स्थानीय आतंकवादी आकिब मुश्ताक निवासी करीमाबाद और एक विदेशी आतंकवादी को मार गिराया गया था।
मामले की जांच एनआईए ने अपने हाथ में ले ली और जांच के दौरान एनआईए ने दारुल-उल-उलूम के संचालक चेवाकलां निवासी नसीर मोलवी और उसके सहयोगी इम्तियाज को गिरफ्तार कर लिया, जो अभी भी हिरासत में हैं। “दार-उल-उलूम जिसमें एक मंजिला तीन कमरे हैं और वह सरकारी भूमि पर बनाए गए थे और मुठभेड़ की घटना यानी 11/12 मार्च, 2022 के बाद से बंद पड़े थे। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा ,तदनुसार, एनआईए की सिफारिशों पर सरकारी भूमि पर इन अवैध संरचनाओं को नौ और 10 अक्टूबर की दरमियानी रात पुलिस सुरक्षा के तहत राजस्व अधिकारियों द्वारा ध्वस्त कर दिया गया।”