(मानवी मीडिया) : विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता के बयान और सोशल मीडिया पर तेहरान से आ रही जश्न की तस्वीरें भी इस बात की तस्दीक करती दिखीं. इसराइल के फ़लस्तीन पर हमले के बाद ईरान खुलकर हमास और फ़लस्तीन के समर्थन में आ गया है.
इसकी झलक रविवार को ईरान की मीडिया में भी देखने को मिल रही है, जहां हमास के 'अल-अक़्सा स्टॉर्म' नाम के इस अभियान को ज़ायनिस्ट शासन के लिए बड़ा धक्का बताया जा रहा है. (यहूदियों की अपने लिए एक अलग राष्ट्र बनाने की कोशिश जिसमें यहूदी फ़लस्तीन के इलाक़ों पर अपना कब्ज़ा चाहते हैं क्योंकि वो इसे 'यहूदियों की पवित्र जगह' मानते हैं.)
इसराइल के कई हिस्सों पर हमले के बाद फ़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास (जो हमास के राजनीतिक प्रतिद्वंदी हैं) ने कहा कि फ़लस्तीन के लोगों को हक़ है कि वो "कब्ज़ा करने वालों के ख़िलाफ़ अपना बचाव करें."