लखनऊ ( मानवी मीडिया): राजस्व मामलों में विवादों के निपटारे के मामले में अब उत्तर प्रदेश में ‘तारीख पर तारीख’ की अनुमति नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाम का स्थानांतरण, विरासत, पारिवारिक बंटवारा और पैमाइश से जुड़े राजस्व मामलों के निस्तारण में देरी पर कड़ी नाराजगी जताई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राजस्व मामलों में ‘तारीख पर तारीख’ देने का चलन स्वीकार नहीं किया जा सकता।
मुख्यमंत्री ने लेखपालों, राजस्व निरीक्षकों जैसे राजस्व कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी और कहा कि मंडलायुक्तों और जिला मजिस्ट्रेट को भी आवश्यकता के अनुसार जवाबदेह ठहराया जाएगा। सीएम की यह चेतावनी देवरिया और कौशांबी के मद्देनजर आई है, जहां संपत्ति विवाद के कारण खून-खराबा हुआ। मुख्यमंत्री ने गुरुवार शाम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जिलाधिकारियों को संबोधित किया था। इस दौरान उन्होंने मुद्दों के समाधान में देरी पर नाराजगी जताई।
जनता दर्शन में हाल के दिनों में आए आवेदनों की जानकारी देते हुए और आईजीआरएस की परफॉरमेंस रिपोर्ट जारी करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी जनता के लिए तैनात हैं। जनता से मिलना और उनकी समस्याओं का समाधान करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके अलावा सीएम योगी ने कहा, फील्ड में तैनात जो अधिकारी/कर्मचारी ऐसा करने में सक्षम नहीं हैं, उन्हें तत्काल फील्ड पोस्टिंग छोड़ देनी चाहिए।