पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दलित एवं पिछड़ों के वोटों से सत्ता का किया विमोचन - मानवी मीडिया

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Sunday, October 1, 2023

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दलित एवं पिछड़ों के वोटों से सत्ता का किया विमोचन

 


लखनऊ (मानवी मीडिया) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि 2024 का लोकसभा चुनाव देश के लिए बड़ा परिवर्तनकारी होगा। केन्द्र में इंडिया गठबंधन की सरकार बनेगी तो देश बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर और डॉ0 राममनोहर लोहिया के सिद्धांतो और उनके बताए रास्ते पर चलेगा, लेकिन अगर पीछे रह गए तो भाजपा संविधान बदलकर न जाने किस रास्ते पर ले जाएगी।

     अखिलेश यादव आज यहां लखनऊ, गोमती नगर के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में पूर्व विधायक नीरज मौर्य द्वारा लिखित पुस्तक ‘दलित एवं पिछड़ों के वोटों से सत्ता के विमोचन के अवसर पर उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे।

     यादव ने कहा कि पांच हजार साल पहले जो जाति व्यवस्था आयी, उसी से समाज में दूरियां बनी है। समय-समय पर महापुरुषों ने समाज सुधारने के लिए काम किया। महात्मा ज्योतिबा फुले, शाहूजी महाराज, पेरियार, बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर, मान्यवर कांशीराम जी, डॉ0 राममनोहर लोहिया, नेताजी ने समाज को जगाने और जागरूक करने का काम किया। हमें उम्मीद है कि जिस समय समाज पढ़-लिख जाएगा, जातियां टूटेंगी। जिस समय समाज सम्पन्न हो जाएगा हर जाति एक दूसरे के साथ खड़ी हो जाएगी।

    अखिलेश यादव ने पुस्तक लिखने के लिए  नीरज मौर्या को बधाई देते हुए कहा कि समाज में परिवर्तन हो रहा है लेकिन जितना होना चाहिए उतना नहीं हुआ। बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर ने समाज को जागरूक बनाने का काम किया। डॉ0 राममनोहर लोहिया ने जाति तोड़ो का अभियान चलाया। डॉ0 भीमराव अम्बेडकर और डॉ0 राममनोहर लोहिया के सिद्धांतों पर चलकर ही समाज को आगे बढ़ाया जा सकता है। शिक्षा से ज्ञान बढ़ेगा, वही संघर्ष से सम्पन्नता आएगी। इसी से भेदभाव को खत्म किया जा सकता है। 

     यादव ने कहा कि पिछड़े और दलितों ने ताकत देकर केन्द्र में एनडीए की सरकार बनायी थी। भाजपा सरकारों ने इन्हीं वर्गों का शोषण किया। पिछड़े और दलित छोड़ देंगे तो एनडीए कहीं नहीं बचेगी। उन्होंने कहा कि पिछड़ों-दलितों को आगे बढ़ाने के लिए सरकारी संस्थाओं को मजबूत और सक्षम बनाना पड़ेगा। प्राइमरी स्कूलों में पिछड़े और दलित समाज के बच्चे पढ़ते हैं। स्कूलों की हालत बेहद खराब है। प्रदेश में तीन हजार प्राइमरी स्कूल बंद हो गये। इसी तरह से सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए सबसे ज्यादा गरीब लोग जाते है। उन्होंने कहा कि हमें सरकारी संस्थानों को मजबूत करना होगा। हम सरकार में आयेंगे तो सरकारी सरकारी संस्थानों को अच्छा और मजबूत बनायेंगे।  

     अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा नारी शक्ति वंदन कानून के नाम पर जनता को धोखा दे रही है। अगर महिला आरक्षण कानून बन गया है तो भाजपा ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और अन्य राज्यों की विधानसभा में महिलाओं को 33 फीसदी टिकट क्यों नहीं दिया?  भाजपा बताए कि उसने इस चुनाव में महिलाओं को कितना टिकट दिया और उसमें भी पिछड़ी, दलित वर्ग की कितनी महिलाओं को टिकट दिया है। उन्होंने कहा कि पिछड़ी, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग की महिलाओं के कोटा के बिना महिला आरक्षण कानून अधूरा है।

    इससे पूर्व अखिलेश यादव ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। अखिलेश यादव ने महापुरूषों के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया। इस अवसर पर पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी,  रश्मि मौर्य, आराधना मौर्य, चंद्रभूषण यादव, 94 वर्षीय वीरेन्द्र मौर्य, प्रकाशक दुर्गा प्रसाद, रिटायर्ड आईएएस चंद्रपाल, उपन्यासकार वीरेन्द्र सारंग, प्रो0 मनीष हिन्दवी, प्रो0 राम गणेश यादव, समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहें। कार्यक्रम का संचालन श्री राजीव रतन मौर्य ने किया। समाजवादी सांस्कृतिक प्रकोष्ठ ने गीत संगीत का कार्यक्रम पेश किया।

    पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के बाद  अखिलेश यादव ने मीडिया से बातचीत में करते हुए कहा कि हम चाहते है कि भाजपा को हराने के लिए मध्य प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी मिलकर चुनाव लड़े और भाजपा को हराए। मध्य प्रदेश के समाजवादी पार्टी संगठन ने विधानसभा चुनाव को लेकर बात की है। उन्होंने हमें कुछ सीटों के नाम और प्रत्याशी सुझाएं है। 

    यादव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि नवरात्रि आते ही हम भी वीआईपी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार देंगे। हम पीडीए के साथ मिलकर भाजपा को उसकी वीआईपी सीटों पर हराएंगे। भाजपा को हराने के लिए समाजवादी पार्टी ने पहले ही रणनीति बना रखी है। 

    अखिलेश यादव ने कहा कि आज हर समाज और दल के लोग जाति जनगणना की मांग कर रहे हैं। सभी चाहते हैं कि जातीय जनगणना हो, जिस जाति की जो आबादी हो उसके हिसाब से हक मिले। आज पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक खास कर मुस्लिम भाई, नौकरी, रोजगार या संस्थानों में हर जगह पीछे हैं।

            

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