लखनऊ (मानवी मीडिया)स्वच्छता ही सेवा: आई.टी.बी.पी , शत्रु संपत्ति,पीआईबी और सीबीसी ने लखनऊ में आयोजित की स्वच्छता रैली और राष्ट्रीय उद्दान में साफ सफाई अभियान का नेतृत्व किया
सफ़ाई कर्मचारियों की उनके समर्पित प्रयासों के लिए सराहना की; उनसे महात्मा गांधी की परिकल्पना के अनुसार सरकार के 'स्वच्छ भारत' के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का आग्रह किया*
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के '1 अक्टूबर 1 घंटे' स्वच्छता अभियान श्रमदान के लिये कि गई अपील के अंतर्गत राजधानी लखनऊ के अलीगंज में आई.टी.बी.पी, पीआईबी,केंद्रीय संचार ब्यूरो और शत्रु संपत्ति अभिरक्षक कार्यालय ने संयुक्त रुप से स्वच्छता संकल्प,रैली और राष्ट्रीय उद्दान में साफ सफाई का अभियान चलाया।इस मुहिम में आम जनता भी शामिल हुई। स्वच्छता रैली से पूर्व आई.टी.बी.पी , पूर्वी फ्रंटियर , लखनऊ के उप महानिरीक्षक विश्वामित्र आनंद ने सभी को स्वच्छता का संकल्प दिलाया और लोगों को संबोधित करते हुये कहा कि एक तारीख, एक घंटा,माननीय प्रधानमंत्री जी का आह्वान है, श्रमदान के लिए भारत में 6.4 लाख से अधिक स्थल चयनित किये गये है.उन्होंने कहा कि हमारा देश भी पूर्णतया स्वच्छ हो, इसके लिए कई महापुरुषों ने सपने देखे थे और उन्हें साकार करने की भी कोशिश की थी लेकिन वह किसी कारण सफल नहीं हो पाए,लेकिन अब इस सपने के साकार होने का समय आ गया है।
पत्र सूचना कार्यालय के अपर महानिदेशक विजय कुमार ने सड़को और पार्कों से प्लास्टिक और कूड़े को हटाया और आम नागरिकों से कहा कि स्वच्छ भारत केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह आम आदमी की वास्तविक चिंताओं और इस मुद्दे को दूर करने के उनके संकल्प को दर्शाता है। विजय कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हमेशा 'जनभागीदारी से जन आंदोलन' की बात को दोहराया है और युवाओं की भागीदारी के बिना कोई भी अभियान अधूरा है। उन्होंने आगे कहा कि स्वच्छ भारत के सपने को पूरा किए बिना एक नए भारत और एक विकसित भारत के सपने को पूरा नहीं किया जा सकता है।
शत्रु सम्पित विभाग के ड्प्यूटी सेक्रेटरी राजेन्द्र ुकमार ने कहा कि यह जन-आंदोलन सिर्फ एक शुरुआत है और इसके साथ हम अपने शैक्षणिक संस्थानों को कचरा-मुक्त बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को सशक्त कर रहे हैं। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि यह महात्मा गांधी और हमारे सभी महान लोगों के लिए सच्ची स्वच्छांजलि होगी।
इस अवसर पर अधिकारियों ने सफाई कर्मचारियों से भी बातचीत की और परिसर में सफाई सुनिश्चित करने के उनके प्रयासों की सराहना की। उन्होंने उन्हें उत्साह और समर्पण के साथ कार्य करना जारी रखने और राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 'स्वच्छ भारत' के सपने को साकार करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार द्वारा शुरू किए गए जन सामाजिक आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।
'स्वच्छता ही सेवा' अभियान, जिसकी शुरुआत 15 सितंबर, 2023 को की गई, इसका समापन 02 अक्टूबर, 2023 को महात्मा गांधी की जयंती पर होगा। इस स्वच्छता अभियान के हिस्से के रूप में, सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से गांधी जयंती पर स्वच्छ भारत दिवस को मनाए जाने के लिए श्रमदान गतिविधियाँ शुरू की जा रही हैं।देश भर में 1,100 से अधिक कार्यालयों और आवासीय कॉलोनियों में रक्षा लेखा विभाग के 20,000 से अधिक अधिकारी और कर्मचारी कचरा हटाने, फाइलों को सुव्यवस्थित करने और उचित स्वच्छता के महत्व पर जागरूकता अभियान सहित स्वच्छता गतिविधियां चला रहे हैं। 'स्वच्छता ही सेवा' अभियान के हिस्से के रूप में पूरे देश में रक्षा मंत्रालय, संबंधित सेवा और संगठनों के विभिन्न अन्य प्रतिष्ठानों में इसी तरह के स्वच्छता अभियान शुरू किए गए हैं।