लखनऊ (मानवी मीडिया) निषाद पार्टी सुप्रीमो एवं कैबिनेट मंत्री डॉक्टर संजय कुमार निषाद ने अपने सरकारी आवास एक विक्रमादित्य मार्ग पर प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि निषाद पार्टी के नवनियुक्त पदाधिकारियों के तीन दिवसीय शिक्षण एवं प्रशिक्षण शिविर का समापन दिवस है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश कमेटी और जिला कमेटियों द्वारा तय किया गया है कि निषाद पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में अपने सिंबल पर लड़ेगी, और जीत दर्ज कर दिल्ली संसद में पहुंचेगी। उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी बड़े भाई की भूमिका में हमेशा से रही है और विधानसभा चुनाव की तर्ज पर भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में भी सम्मानजनक सीट देगी कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया गया है। निषाद पार्टी के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी भारतीय जनता पार्टी के साथ लोकसभा चुनाव में एनडीए को जीतने के लिए दमखम के साथ मेहनत करेंगे।
*जातीय जनगणना पर*
निषाद ने कहा कि निषाद पार्टी शुरू से ही जातीय जनगणना के पक्ष में रही है किंतु मछुआ समाज के साथ हुई जातीय विसंगति दूर करके ही जातीय जनगणना करवाई जाए। निषाद ने उत्तर प्रदेश सरकार से भी अनुरोध किया है कि उत्तर प्रदेश में भी जातीय जनगणना होनी चाहिए जिससे सभी जातियों को स्पष्ट हो जाए कि उनकी कितनी आबादी है। उन्होंने कहा कि सेंसस मैनुअल 1961 के आधार पर उत्तर प्रदेश राज्य में जातीय जनगणना होनी चाहिए जिसके अंतर्गत मछुआ समाज की सभी उपजातियां को अनुसूचित में गणना की जानी चाहिए। पूर्व की सपा बसपा की सरकारों ने समाज के साथ विश्वासघात किया है सेंसस मैनुअल 1961 के अनुसार मछुआ समाज अनुसूचित जाति में अंकित है, किंतु पूर्व की सरकारों ने आरक्षण के नाम पर मझवार की सभी उपजातियों को पिछड़े और अनुचित में उलझाने का काम किया था, जातीय जनगणना से पहले जातियों में विसंगति दूर की जाए उसके बाद जागती है जनगणना करवाई जाए।