उत्तर प्रदेश (मानवी मीडिया) उप मुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग श्री नरेन्द्र कश्यप के साथ कलेक्ट्रेट सभागार में जिले के अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में निर्देश दिया कि आकांक्षात्मक जनपद बहराइच के सर्वागीण विकास हेतु सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करते हुए समाज के सभी ज़रूरतमन्द लोगों तक भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ पहुंचाये। मौर्य ने कहा कि सरकारी योजनाओं को क्रियान्वित करते हुए गांव, गरीब, किसान, महिलाओं व ज़रूरतमन्द लोगों को तरजीह दी जाय। इस बात का प्रयास किया जाय कि कोई भी पात्र व्यक्ति शासकीय योजनाओं के लाभ से वंचित न रहने पाये। जिले के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार पूरी प्रतिबद्धता के साथ काम कर रही है।
उपमुख्यमंत्री मौर्य ने कहा कि शैक्षिक एवं आर्थिक रूप से पिछड़े कृषि प्रधान जनपद बहराइच में करने के लिए बहुत कुछ है। जिले में तैनात अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ बेहतर समन्वय करते हुए बाढ़ प्रभावित लोगों व किसानों की बेहतरी के लिए कार्य करें। श्री मौर्य ने कहा कि जनपद स्तर पर लोगों की समस्याओं का समाधान इस प्रकार से कराया जाय कि किसी फरियादी को लखनऊ आने की ज़रूरत न पड़े। उन्होंने सभी अधिकारियों को पूरी संवेदनशीलता के साथ जनसमस्याओं का निस्तारण करने के निर्देश दिये। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ब्लाक, थाना, तहसील एवं जिला स्तर पर समस्याओं का इस प्रकार से समाधान किया जाय कि फरियादी को उससे उच्च स्तर पर जाने की आवश्यकता न महसूस हो।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां एक ओर मा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में देश विश्वगुरू बनने की दिशा में अग्रसर है ,वहीं दूसरी ओर मा. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के नेतृत्व मे उत्तर प्रदेश देश का आदर्श प्रदेश बनने की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जिले के अधिकारी व जनप्रतिनिधि जिले को आदर्श जनपद बनाने के लिए कार्य करें। मौर्य ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि सभी पात्र कृषकों को प्रधानमंत्री सम्मान निधि व प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से आच्छादित किया जाय। उन्होंने कहा कि ज़रूरतमन्द व पात्र लोगों को आवासीय योजनाओं के साथ-साथ पेंशन योजना से लाभान्वित करें। उपमुख्यमंत्री ने डीएम की अभिनव पहल पर जिले में संचालित किये जा रहे सेवा से संतृप्तिकरण अभियान की सराहना करते हुए अन्य अधिकारियों से भी नवाचार करने का सुझाव दिया। कहा कि विकास के सभी पैरामीटर्स पर युद्ध स्तर पर कार्य होना चाहिए। मौर्य ने विभिन्न योजनाओं की समीक्षा करते हुए सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।