लखनऊ : (मानवी मीडिया) सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने इलाज में कथित लापरवाही के चलते एक महिला की मौत के बाद संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस को निलंबित करने को अन्यायपूर्ण बताया है. लाइसेंस को योगी सरकार ने निलंबित किया है. वरुण गांधी ने कहा कि 1982 में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी ने इस अस्पताल का उद्घाटन किया था, तब से ये आसपास के लोगों के लिए बड़ी सुविधा था. अस्पताल का लाइसेंस रद्द नहीं किया जाना चाहिए था. बता दें कि अमेठी जिले के मुंशीगंज थाना क्षेत्र में इलाज में कथित लापरवाही के चलते एक महिला की मौत के मामले में प्रशासन ने संजय गांधी अस्पताल के लाइसेंस को निलंबित करते हुए (बाह्य रोगी विभाग), आपातकालीन समेत सारी सेवाओं पर रोक लगा दी.
वरुण गांधी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के पौत्र और संजय गांधी के पुत्र हैं. दिवंगत संजय गांधी अमेठी से सांसद रह चुके हैं. संजय गांधी अस्पताल का संचालन संजय गांधी मेमोरियल ट्रस्ट, दिल्ली द्वारा किया जाता है. कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी इस ट्रस्ट की अध्यक्ष हैं, जबकि पार्टी नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी इसके सदस्य हैं.
वरुण गांधी ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक को लिखे गये अपने पत्र को साझा किया. उन्होंने निलंबन के फैसले पर तंज कसते हुए पत्र में लिखा, ‘‘कथित चिकित्सकीय लापरवाही से जुड़ी हालिया घटना की गंभीरता को स्वीकार करते हुए इस मामले को आनुपातिकता और निष्पक्षता की भावना से देखना आवश्यक है.’’ व्यापक और निष्पक्ष जांच की अनुमति दिए बिना पूरे अस्पताल का लाइसेंस निलंबित करना जल्दबाजी और संभावित अन्यायपूर्ण कार्रवाई प्रतीत होती है.’