हमीरपुर ( मानवीमीडिया)डा. राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर में उपचार के लिए पहुंचे चार मरीजों की मौत हो गई है। घटना विगत मंगलवार की बताई जा रही है। इनमें से दो मरीजों की मौत मेडिकल वार्ड व दो मरीजों की मौत एमरजेंसी में हुई बताई जाती है। मरीजों के तीमारदारों व चश्मदीदों की बात पर भरोसा करे तो इन मौतों का कारण आक्सीजन की कमी होना बताई जा रही है। लेकिन मेडिकल कॉलेज के आधिकारिक तर्कों की माने तो मेडिकल कॉलेज में कोई मौत नहीं हुई है और न ही आक्सीजन की कोई कमी है। यह दीगर है कि मेडिकल कॉलेज के अपने दस्तावेज व रिकार्ड इस चीज के गवाह बन रहे हंै कि मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन सिलेंडरों की सप्लाई मंडी से गत रात्रि बुधवार को ही हुई है जो कि मेडिकल कॉलेज के कुप्रबन्धन को खुद व खुद बयान कर रहा है। करोड़ों के वजट के बाबजूद आम आदमी मेडिकल कॉलेज में उपचार करवाने के लिए लाचार व् बेबस है। जहां लम्बे अरसे से कॉलेज प्रशासन की कारगुजारी आरोपों की स्लीव पर है। तीमारदार व मेडिकल कॉलेज के छोटे कर्मचारी दबी जुबान में मौत के इस आंकड़े को उजागर कर रहे हैं लेकिन हैरानी यह है कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन इन मौतें से साफ़ मुकर रहा है।
इधर मेडिकल कॉलेज की लापरवाही व एक आला अधिकारी की मनमानी को लेकर शिकायत मुख्यमंत्री दरबार में भी हुई है, जिस पर सीएम कार्यालय द्वारा एक्शन लेने की भी पुख्ता जानकारी है।
डॉ. सुभाष कुमार, मेडिसन विभाग अध्यक्ष ने कहा कि कई मर्तवा मरीज लास्ट स्टेज पर पंहुचता है जिसको बचाना संभव नहीं होता है। मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन की कोई कमी नहीं है। हमारे पास 250 आक्सीजन कनस्टेटर मौजूद हैं।
डॉ. अनिल वर्मा, एमएस डाक्टर राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज हमीरपुर ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में 160 आक्सीजन सिलेंडर मौजूद हैं। इन मौतों की जानकारी नहीं है। जानकारी लेने पर ही कुछ बताया जा सकता है।
हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में मचा हड़कंप, उपचार के लिए आए चार मरीजों की मौत!