उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति में अवगत कराया है कि इस समय मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड जैसी संक्रामक बीमारियां पूरे जोर से फैली हुई है lअस्पतालों में इलाज के लिए जहां एक तरफ बेड नहीं है वहीं दूसरी तरफ स्टाफ की भी कमी है l चिकित्सा विश्वविद्यालय ने 500 स्टाफ नर्स की भर्ती करने का फैसला करके एक सराहनीय कदम उठाया है l चिकित्सा विश्वविद्यालय एक स्वायत्त शासी संस्था है यहां पद भरने के लिए अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की आवश्यकता नहीं हैl इसके पूर्व भी स्वायत्त शासी संस्थानों मे अधीनस्थ चयन सेवा आयोग से अलग हटकर रिक्त पद भरे जाते रहे हैं l एसजीपीजीआई एवं डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ में भी इसके पहले रिक्त पदों पर भर्तियां चुकी है l
जे एन तिवारी ने प्रेस विज्ञप्ति में अवगत कराया है कि कुछ लोग विज्ञप्तियों के भरने के रास्ते में जानबूझकर रुकावट डालने का प्रयास कर रहे हैं ताकि अस्पतालों में पद रिक्त पड़े रहे और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़े l राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद मुख्यमंत्री जी से रिक्त पदों को भरने की मांग करती आ रही है l उसी क्रम में मुख्यमंत्री जी ने विभिन्न विभागों के रिक्त पदों को युद्ध स्तर पर भरने के निर्देश दिए हैं l मुख्यमंत्री जी के निर्देशों के क्रम में ही चिकित्सा विश्वविद्यालय में स्टाफ नर्स के रिक्त पद भरे जा रहे हैं lइन पदों को भरे जाने के लिए अधीनस्थ चयन सेवा आयोग कहीं आड़े नहीं आ रहा है क्योंकि चिकित्सा विश्वविद्यालय, डॉ राम मनोहर आयुर्विज्ञान संस्थान एवं संजय गांधी आयुर्वेद संस्थान जैसी संस्थाएं अधीनस्थ चयन सेवा आयोग की परिधि से बाहर हैl
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की महामंत्री अरुणा शुक्ला ने विभिन्न राजकीय विभागों के 4600 ग्रेड तक के सभी पदों को अधीनस्थ चयन सेवा आयोग से बाहर करने की मांग किया है, क्योंकि अधीनस्थ चयन सेवा आयोग पदों को समय से भर नहीं पा रहा है और विभागों में विशेष कर चिकित्सालओं में हजारों की संख्या में पद खाली पड़े हुए हैंl अधीनस्थ सेवा आयोग की परिधि में 4600 ग्रेड पे से ऊपर के पद शामिल किए जाने चाहिए lतकनीकी पद विशेष कर लैब टेक्नीशियन, फार्मासिस्ट, एक्सरे टेक्नीशियन, स्टाफ नर्स, ईसीजी टेक्निशियन जैसे तकनीकी पदों को अधीनस्थ चयन सेवा आयोग से बाहर किया जाना चाहिए ताकि विभाग अपनी आवश्यकता अनुसार रिक्त पदों को जनहित में भर सके तथा चिकित्सा विभाग में जन सामान्य को मिलने वाली सुविधाओं में किसी तरह की रुकावट ना हो l
नारायण जी दूबे, प़ान्तीय बरिष्ठ उपाध्यक्ष एवं जिलाध्यक्ष, मीरजापुर