दिनांक 11-09-2023 को एस0टी0एफ0 उ0प्र0 को थाना गंगानगर, जनपद मेरठ क्षेत्र से सेना का कर्नल बताकर अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर धोखाधडी करने वालें गिरोह के सरगना व शातिर अपराधी को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः-
सत्यपाल सिंह यादव पुत्र करन सिंह यादव ग्राम ईशापुर, थाना गुलावठी ,जनपद बुलन्दशहर हाल नि0 म0न0 587 कसेरू बक्सर, अम्हेडा रोड, मेरठ
बरामदगीः-
1- 01 अदद वर्दी (भारतीय सेना के कर्नल रेंक, एएमसी
2- 08 अदद आई0कार्ड
3- 02 अदद मोबाईल फोन
4- 05 अदद रबड मोहर
5- 01 अदद प्रिन्टर
6- 05 अदद ज्वानिंग लेटर (सेना एलडीसी क्लर्क)
7- 38 अदद स्पीट पोस्ट स्लिप
गिरफ्तारी का स्थान/दिनांकः-
म0नं0 587 कसेरू बक्सर, थाना गंगानगर, जनपद मेरठ दिनांक-11.09.2023।
एसटीएफ0 उ0प्र0 को भारतीय सेना में अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर फर्जी तरीके से भर्ती कराने के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में फर्जी तरीके से भर्ती कराने वाले गिरोह के सरगना एंव सदस्यों की गिरफ्तारी हेतु एस0टी0एफ0 की इकइयों/टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। इसी क्रम में श्री बृजेश कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ के पर्यवेक्षण में एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, मेरठ द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
उपरोक्त के क्रम में एस0टी0एफ0 फील्ड इकाई, मेरठ को आर्मी इंटलिजेंस मेरठ एंव अभिसूचा संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि अम्हेडा रोड कसेरू बक्सर में सत्यपाल नाम का व्यक्ति जो भारतीय सेना का रिटायर्ड है तथा अपने आपको सेना का कर्नल बताकर अभ्यर्थियों से मोटी रकम लेकर भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर काफी अभ्यर्थियों के साथ धोखाधड़ी कर चुका है, आज अपने घर में कुछ लोगों को भर्ती कराने की बात कर रहा है। इस सूचना पर निरीक्षक श्री रविन्द्र कुमार के नेतृत्व में उ0नि0 दुर्वेश डबास, उ0नि0 संजय सिंह, हे0कां0 प्रमोद कुमार, हे0कां0 विकास धामा एंव हे0कां0 विनय कुमार की टीम अम्बेडा रोड कसेरू बक्सर स्थित सत्यपाल सिंह यादव के मकान पर पहॅूची तो गेट का दरवाजा खुला था तथा घर के अन्दर से 02 लडके आते हुए मिले जिनसे नाम पता पूछा तो पहले ने अपना नाम जितेन्द्र सिंह पुत्र दिनेश कुमार नि0 म0नं0 148 गली नं.-1 मीनाक्षीपुरम, थाना गंगानगर, मेरठ व दूसरे ने अपना नाम सुनील कुमार पुत्र दिनेश कुमार नि0 उपरोक्त बताया। सत्यपाल के घर पर आने का कारण पूछा तो सुनील ने बताया कि सत्यपाल सिंह यादव ने उसे व उसकी बहन को भारतीय सेना में एलडीसी क्लर्क के पद पर भर्ती कराने के नाम पर 16 लाख रूपयें करीब 02 साल पहले लिए थे। माह मई में उसके व उसकी बहन के नाम से ज्वाईनिंग लेटर स्पीड पोस्ट से उसके पैतृक निवास ग्राम- इस्माईलपुर, तहसील सिकन्द्राबाद, जनपद बुलन्दशहर प्राप्त हुये जिसमें 07 मई को रिक्रूरूटमेंट आफिस (है0क्वा.) 236 एम0जी0 रोड लखनऊ केंट-02 में ज्वाईनिंग करने हेतु लिखा गया था। इस पर वह और उसकी बहन पूनम दि0 07-05-2023 को ज्वानिंग करने के लिये गये तो वहां इस नाम का कोई आफिस नहीं था। फिर उन्होंने आर्मी ए0एम0सी0 हैड क्वार्टर लखनऊ जाकर जानकारी की गई तो वहां पर मौजूद आर्मी वालों ने बताया कि इस नाम का यहां पर कोई भी हैड क्वार्टर नहीं है, यह ज्वानिंग लेटर फर्जी है तथा आपके साथ किसी ने धोखा किया है। आज वह लोग इसी सम्बन्ध में बात करने आये थे। तत्पश्चात एसटीएफ टीम घर के अन्दर गयी तो ड्राईगं रूम में एक व्यक्ति भारतीय सेना के कर्नल की वर्दी पहने बैठा मिला तथा नेम प्लेट पर डी0एस0चैहान अंकित है। यह व्यक्ति दाहिनी पेर से पैरालाईसिज है। अपना परिचय देकर पूछताछ की गई तो उसने बताया कि मैं भारतीय सेना में कर्नल हॅू तथा मेडीकल पर चल रहा हूॅूं। साथ में आये लडकों के बारे में पूछा कि क्या आप इन्हें जानते हो तो उसने कहा कि हाॅं मैं इन्हें जानता हॅू। तदोपरान्त सत्यपाल सिंह यादव उपरोक्त को गिरफ्तार करते हुए उपरोक्तानुसार बरामदगी की गयी।
गिरफ्तार अभियुक्त ने संक्षिप्त पूछताछ पर बताया कि उसका असली नाम सत्यपाल सिंह यादव पुत्र करनसिंह यादव नि0 ग्राम ईशापुर, थाना गुलावठी, जनपद बुलन्दशहर है तथा वर्तमान में म0न0 587 कसेरू बक्सर, अम्हेडा रोड, मेरठ में रह रहा है। वह भारतीय सेना वर्ष-1985 में भर्ती हुआ था तथा वर्ष-2003 में नायक एमटी (ड्राईवर) के पद से रिटायर्ड हुआ है। उसकी शिक्षा 10वीं फेल है। रिटायर्ड होने के करीब 03 साल बाद उसे पैरालाईसिस हो गया था। सुनील कुमार उपरोक्त द्वारा उपलब्ध कराये गये ज्वानिंग लेटर के बारे में पूछताछ की तो बताया कि उसके लडके रजत उर्फ देवेन्द्र व प्रशांत लेपटाॅप पर टाईप कर प्रिंट निकालते है तथा वही ज्वानिंग लेटर विभिन्न जगहों से सम्बन्धित अभ्यार्थियों को उनके पते पर स्पीड पोस्ट करते हैं। वह अपने आपको भारतीय सेना में भर्ती केन्द्र का कर्नल बताकर लडकों से उन्हें भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर मोटी रकम वसूल करता है। रजत उर्फ देवेन्द्र व प्रशांत के बारे में पूछताछ पर बताया कि वह लखनऊ किसी काम से गये हुये है तथा जिस लेपटाॅप पर वह लेटर टाईप करते हैं उन्हीं के पास है। वह व उसके दोनों लडके भारतीय सेना में भर्ती कराने के नाम पर प्रत्येक अभ्यार्थी से 7 लाख से लेकर 9 लाख रूपये तक लेते हैं। वह यह काम लगभग वर्ष-2016 से लगातार कर रहे हैं। इसी प्रकार के एक फर्जी वाडे के मामले में उसके दोनों लडकों के विरूद्ध वर्ष-2019 में थाना इंचैली जनपद मेरठ पर भी अभियोग संख्याः 97/2019 धारा 420, 406, 506 भादवि पंजीकृत हुआ था, जिसमें उसेे भी आरोपी बनाया गया था।
गिरफ्तार अभियुक्त उपरोक्त के पुत्र रजत उर्फ देवेन्द्र व प्रशांत की गिरफ्तारी हेतु प्रयास किये जा रहे हैं। गिरफ्तार अभियुक्त सत्यपाल सिंह यादव उपरोक्त के विरूद्ध थाना गंगानगर जनपद मेरठ पर मु0अ0सं0 261/2023 धारा 420/467/468/471/171/120बी भादवि पंजीकृत कराया गया। अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा किया जा रहा है।