लखनऊ (मानवी मीडिया) प्रदेश में सबसे ज्यादा राजस्व देने वाले राज्य कर विभाग में एक शिकायती पत्र ने खलबली मचा दी है। विभाग के एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी के खिलाफ जांच के एक मामले में रिश्वत लेकर क्लीन चिट देने का आरोप लगाया गया है। इस संबंध में एक पत्र मुख्यमंत्री कार्यालय और दूसरा पत्र कमिश्नर राज्य कर को दिया गया है।
जवाब में आईएएस अधिकारी ने अरबों के राजस्व नुकसान से जुड़े सात मामलों के साथ खुद की जांच भी किसी भी स्वतंत्र जांच एजेंसी से कराए जाने की संस्तृति कर दी। पूरे मामले में आयुक्त राज्य कर से आख्या मांगी गई। रिपोर्ट शासन को भेज दी गई है। मामले की जांच शुरू हो गई है।
सरकारी खजाने को भरने में अव्वल राज्य कर विभाग में इन दिनों भूचाल मचा हैै। बरसों से जमे अधिकारियों के ट्रांसफर को लेकर उठा विवाद अभी शांत भी नहीं हुआ था कि राज्यकर विभाग में वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अपर आयुक्त प्रशासन ओपी वर्मा के खिलाफ मुख्यमंत्री कार्यालय और कमिश्नर राज्यकर में एक शिकायत ने हलचल मचा दी।
पत्र के मुताबिक आईएएस अफसर को राज्य मुख्यालय में ज्वाइंट कमिश्नर पद पर तैनात एक अधिकारी की जांच सौंपी गई थी। अधिकारी पर करीब 1400 करोड़ रुपये की राजस्व हानि का आरोप था, जिसमें उन्हें निलंबित किया गया था।