नई दिल्ली (मानवी मीडिया): भारत का पहला सूर्य मिशन अपने सफर के लिए रवाना हो चुका है। भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो ने आज 11.50 बजे आदित्य L1 सैटेलाइट को लॉन्च किया। आंध्र प्रदेश में श्रीहरीकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से देश के पहले सोलर मिशन को लॉन्च किया गया। स्पेस के पांच लैंग्रेज पॉइंट्स में एक पॉइंट-1 पर इसे स्थापित किया जाएगा। इसके लिए सभी तैयारियां कर ली गई है। पीएसएलवी रॉकेट की मदद से आदित्य L1 अपने डेस्टिनेशन के लिए उड़ान भरी। मिशन की लॉन्चिंग के लिए पीएसएलवी रॉकेट के XL वर्जन का इस्तेमाल किया गया।
सूर्य से कई करोड़ किलोमीटर दूर रहते हुए ‘आदित्य’ उसे लगातार निहारेगा। सूर्य के बारे में अधिक से अधिक जानकारी जुटाने की कोशिश होगी। ठीक उसी तरह, जैसे अभी चंद्रयान-3 हमें चंद्रमा के बारे में रोज नई जानकारियां दे रहा है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान (ISRO) को उम्मीद है कि चंद्रयान-3 की तरह आदित्य-एल1 मिशन भी अपने मकसद में पूरी तरह कामयाब होगा। देशवासियों की दुआएं ‘आदित्य-एल1’ के साथ हैं।
इसरो के आदित्य L1 मिशन पर इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स की डायरेक्टर अन्नपूर्णी सुब्रमण्यम ने बताया कि सूर्य यान में विजिबल लाइन एमिशन कोरोनाग्राफ (वीईएलसी) इंस्टीट्यूट ने डिजाइन किया है। इससे हर समय पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा और चूंकि यह एल1 में है जहां से सूर्य को बेरोकटोक देखा जा सकेगा