(मानवी मीडिया) : लोहिया संस्थान की ये तस्वीरें व्यवस्था को लेकर सवाल करती हैं। गोरखपुर के शुभम का पैर टूटा हुआ है। वह संस्थान पहुंचे तो उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिली। टूटा पैर उठाए परिजन उन्हें बमुश्किल घसीटते हुए इलाज के लिए ले गए।
लोहिया संस्थान की ये तस्वीरें व्यवस्था पर सवाल उठाती हैं और बताती हैं कि आम लोगों को इलाज के लिए किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। स्ट्रेचर न मिलने से मरीज को परिजन इस तरह उठाकर ले गए हैं। यह मरीज के लिए दोहरी पीड़ा से गुजरने वाली बात है।