केंद्रीय विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा इस पोर्टल के लॉन्च का उद्देश्य विविध पृष्ठभूमि के छात्रों का स्वागत करके भारत को वैश्विक शिक्षा का केंद्र बनाना है। यह हमें शिक्षा क्षेत्र में भारत के लिए एक मजबूत अंतरराष्ट्रीय पदचिह्न स्थापित करने में भी मदद करेगा। मैं पोर्टल के एकीकृत दृष्टिकोण पर ध्यान देता हूं, जो अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए पंजीकरण से लेकर वीज़ा अनुमोदन तक उपयोगकर्ता के अनुकूल आवेदन प्रक्रियाओं को सक्षम बनाता है। यह उनकी पूरी यात्रा को सरल बनाता है, वांछित पाठ्यक्रमों के चयन और संबंधित संस्थानों से प्रस्ताव प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि भारतीय दृष्टिकोण से इसमें कोई संदेह नहीं है कि अंतर्राष्ट्रीय छात्रों की उपस्थिति से घरेलू छात्रों को लाभ होगा। यह छात्रों को वैश्वीकरण की दुनिया से अधिक निकटता से जोड़ेगा और उन्हें वैश्विक कार्यस्थल के लिए बेहतर ढंग से तैयार करेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा किदूसरे देशों के छात्रों के आपके साथ अध्ययन करने से उनकी संस्कृतियों, आदतों, परंपराओं और यहां तक कि सोच के बारे में बेहतर समझ पैदा होती है। यही नहीं जब ऐसे छात्र अपने देश में वापस जाते हैं, तो वे वास्तव में भारत के लिए सद्भावना के दूत बन जाते हैं।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)