मुंबई (मानवी मीडिया)-फिच के अमेरिका की साख रेटिंग घटाने से वैश्विक बाजार में आई गिरावट से हतोत्साहित निवेशकों की स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा बिकवाली से आज शेयर बाजार में कोहराम मच गया।
बीएसई का संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 676.53 अंक अर्थात् 1.02 प्रतिशत का गोता लगाकर करीब तीन सप्ताह बाद 66 हजार अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 65,782.78 अंक पर आ गया। इससे पहले यह इस वर्ष 13 जुलाई को 65,558.89 अंक पर रहा था। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ़्टी 207 अंक यानी 1.05 प्रतिशत लुढ़क कर 19,526.55 अंक पर रहा। इस गिरावट से निवेशकों के करीब पांच लाख करोड़ रुपये स्वाहा हो गए हैं।
बीएसई की दिग्गज कम्पनियों की तरह मझौली और छोटी कम्पनियों में भी बिकवाली का दबाव रहा। इससे मिड कैप 1.39 प्रतिशत की गिरावट लेकर 29,926.19 अंक और स्मॉल कैप 1.18 प्रतिशत टूटकर 34,761.22 अंक पर आ गया। इस दौरान बीएसई में कुल 3738 कम्पनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2353 में बिकवाली जबकि 1240 में लिवाली हुई वहीं 145 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह 45 कम्पनियाँ लाल जबकि महज़ पांच हरे निशान पर रही वहीं एक के भाव स्थिर रहे। क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच ने ‘स्थिर’ आउटलुक के साथ अमेरिकी साख रेटिंग को ‘एएए’ से घटाकर ‘एए+’ कर दिया है। इसके बाद कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच चौतरफा बिकवाली के कारण घरेलू शेयर बाजारों को नुकसान हुआ। इससे बीएसई के सभी 19 समूह लुढ़क गए। इस दौरान कमोडिटीज़ 1.22, सीडी 1.07, ऊर्जा 1.44, वित्तीय सेवाएं 1.33, इंडस्ट्रीयल 1.46, दूरसंचार 2.00, यूटिलटीज़ 2.32, ऑटो 1.52, बैंकिंग 1.35, कैपिटल ग़ुड्स 1.83, धातु 2.45, तेल एवं गैस 1.47, पावर 2.31 और रियलटी समूह के शेयर 1.42 प्रतिशत लुढ़क गए। वैश्विक बाजार में गिरावट का रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएस ई 1.32, जर्मनी का डैक्स 1.21, जापान का निक्केई 2.30, हांकांग का हैंगसेंग 2.47 और चीन का शंघाई कंपोज़िट 0.89 प्रतिशत गिर गया।