पाकिस्तान में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने फूंक डाला चर्च - मानवी मीडिया

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Thursday, August 17, 2023

पाकिस्तान में मुस्लिम कट्टरपंथियों ने फूंक डाला चर्च


(मानवी मीडिया) :  
पाकिस्तान में गैर-मुस्लिम लोगों पर आए दिन जुल्मो-सितम की घटनाएं सामने आती रहती हैं. ताजा मामला फैसलाबाद के जरनवाला का है. जहां इस्लामिक कट्टरपंथियों ने एक चर्च को फूंक डाला. पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार को ईशनिंदा  के आरोप में गुस्साई भीड़ ने चर्च को आग के हवाले कर दिया.

पाकिस्तान के बिशप मार्शल ने सोशल मीडिया पर अपने दर्द जाहिर किया. उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत दुख है कि पाकिस्तान में चर्च जलाए जा रहे हैं. बाइबिल का अपमान किया जा रहा है. उन्होंने सोशल नेटवर्किंग साइट X (पूर्व में Twitter) पर लिखा, “जब मैं इसे लिख रहा हूं तो शब्द मेरे लिए असफल हो रहे हैं. 

हम, बिशप, पुजारी और आम लोग पाकिस्तान के फैसलाबाद जिले में जरनवाला घटना पर बहुत दुखी और व्यथित हैं. जैसे ही मैं यह संदेश टाइप कर रहा हूं, एक चर्च की इमारत जलाई जा रही है. बाइबिल का अपमान किया गया है और ईसाइयों पर पवित्र कुरान का उल्लंघन करने का झूठा आरोप लगाया गया है और उन्हें प्रताड़ित किया गया है.”

बिशप मार्शल ने दुनिया से सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई है. उन्होंने कहा है, “हम कानून प्रवर्तन और न्याय प्रदान करने वालों से न्याय और कार्रवाई की मांग करते हैं और सभी नागरिकों की सुरक्षा के लिए तुरंत हस्तक्षेप की गुजारिश करते हैं.”

पाकिस्तान और कट्टरपंथ

पाकिस्तान का जन्म यूं तो सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के आधार पर ही हुआ था. 1947 में इस देश के वजूद में आने का एक मात्र कारण ही सांप्रदायिक सोच थी. यही वजह है कि बंटवारे के वक्त पाकिस्तान में जहां 23 फीसदी अल्पसंख्यक थे, वो अब मात्र 3 फीसदी रह गए हैं और इसमें हिंदू, सिख, इसाई, पारसी आदि शामिल हैं. कागजी तौर पर यहां के हुक्मरानों ने इसे 1973 में इस्लामिक राष्ट्र घोषित किया. यहां के संविधान के अनुच्छेद 2 में बाकायदा कहा गया है कि पाकिस्तान का राजकीय धर्म इस्लाम है. 

अनुच्छेद 41 (2) के मुताबिक यहां का राष्ट्रपति सिर्फ और सिर्फ मुसलमान ही होगा. इसके अलावा अनुच्छेद 91 के मुताबिक इस देश का प्रधानमंत्री भी सिर्फ मुसलमान हो सकता है. 1980 के दौरान जनरल जिया-उल-हक़ के दौर में संविधान के भीतर शरिया कानून के तहत कई सारे संशोधन किए गए.

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