बरेली (मानवी मीडिया) सामान्य बुखार के मरीजों में मलेरिया और डेंगू की पुष्टि के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में बुखार होने पर डॉक्टर की सलाह के बगैर दवा खाना घातक हो सकता है। बुखार के मरीज को यदि डेंगू हुआ और उसने अनजाने में बदन दर्द की दवा खा ली तो यह नुकसानदायक होगा। डेंगू के केस में दर्द निवारक दवा खाने से प्लेटलेट्स तेजी से गिरती हैं। किडनी पर भी बुरा असर पड़ता है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी एडवाइजरी में दवाओं के सेवन के दुष्प्रभाव से बचाव के प्रति जागरूक किया गया है। सीएमओ डॉ. बलबीर के मुताबिक, डेंगू के मरीज को तेज बुखार के साथ शरीर के कई अंगों में तेज दर्द होता है। बावजूद इसके दर्द निवारक दवा का इस्तेमाल न करें।
मलेरिया की दवा भी डेंगू में निष्प्रभावी होती है। बुखार के मरीजों को जांच रिपोर्ट आने तक पैरासिटामॉल के सेवन का सुझाव दिया है। एस्प्रिन, डेकाड्रान, कर्टीसोन जैसी बुखार और दर्द की मिश्रित दवा का सेवन हानिकारक हो सकता है।
जिले में जून से अब तक डेंगू के 38 मरीज मिल चुके हैं। शहर के मौलानगर, सिविल लाइन, इज्जतनगर, पीर बहोड़ा, गंगापुरम, पुराना शहर, सीबी गंज, बानखाना में अब तक डेंगू के 17 केस मिले हैं। भमोरा, फतेहगंज, बिथरी चैनपुर, भोजीपुरा, शेरगढ़, बहेड़ी नवाबगंज में 21 केस मिल चुके हैं।