लखनऊ (मानवी मीडिया)केन्द्र व राज्य सरकार के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों/पीएमओ कार्यालय का अधिकारी बनकर जनता के लोगो एवं विभिन्न सरकारी विभागों में रौब गांठकर ठगी करने वाला संतोष सिंह उर्फ अभिषेक सिंह व उसका साथी गिरफ्तार।*
दिनांकः 20-08-2023 को एस0टी0एफ0, उ0प्र0 को केन्द्र व राज्य सरकार के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों/पीएमओ कार्यालय का अधिकारी बनकर जनता के लोगो एवं विभिन्न सरकारी विभागों में रौब गांठकर ठगी/धन उगाही करने वाला संतोष सिंह उर्फ अभिषेक सिंह व एक उसके साथी को गिरफ्तार उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई।
*गिरफ्तार अभियुक्त का विवरणः
1. संतोष सिंह उर्फ अभिषेक सिंह उर्फ अभी पुत्र मंगला प्रसाद सिंह नि0 ग्राम कतवारूपुर, थाना जन्सा, वाराणसी। वर्तमान पता विला नं0 67, पाइनियर ग्रीन सोसाईटी, सिंहपुर, थाना विठूर, कानपुर।
2. धर्मेन्द्र कुमार यादव पुत्र राधेष्याम यादव नि0 विला नं0 67, पाइनियर ग्रीन सोसाईटी, सिंहपुर, थाना विठूर, कानपुर।
*बरामदगीः
1- 02 अदद आधार कार्ड।
2- 02 अदद पैन कार्डं
3- 01 अदद एटीएम कार्डं
4- 01 अदद क्रेडिट कार्ड।
5- 01 अदद मतदाता पहचान पत्रं
6- 04 अदद बैंक खाता चेकबुक।
7- 02 अदद हेल्थ कार्ड।
8- 08 अदद मोबाइल फोन।
9- 02 अदद कार यूपी 65 सीएल 1110, जीजे 16 बीएन 8119 इनोवा।
10- 5,465/-नगद।
11- 01 अदद एप्पल स्मार्ट वाच।
12- 01 जोड़ी आईफोन इयरवर्ड्स।
*गिरफ्तारी का स्थान, दिनांक व समय
दिनांक 20-08-2023 बैंक ऑफ बडौदा रीजनल ऑफिस से होटल हयात रीजेन्सी की ओर जाने वाले रास्ते पर उत्तर-प्रदेश पुलिस आवास निगम के पास थाना क्षेत्र विभूतिखण्ड, गोमती नगर, लखनऊ।
विगत दिनों से एस0टी0एफ0 उ0प्र0 को सूचना मिल रही थी कि अभिषेक सिंह नाम का एक व्यक्ति जो अपने को पीएमओ कार्यालय का अधिकारी बनकर आम जनता एवं विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों से रौब गांठकर ठगी करता है। इस सम्बन्ध में विमल कुमार सिंह पुलिस उपाधीक्षक, एस0टी0एफ0 उ0प्र0 लखनऊ के पर्यवेक्षण में एक टीम को अभिसूचना संकलन हेतु निर्देषित किया गया था, जिसके अनुपालन में अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन के दौरान दिनांक 20-08-2023 को ज्ञात हुआ कि पीएमओ कार्यालय का अधिकारी बनकर आम जनता एवं विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों से रौब गांठकर ठगी करने वाला व्यक्ति जिसके विरूद्ध थाना बिठूर कानपुर में मु0अ0सं0 301/2023 धारा 419, 420, 386, 504, 506 भादवि का अभियोग पंजीकृत है, जो बैंक ऑफ बडौदा रीजनल ऑफिस से होटल हयात रीजेन्सी की ओर जाने वाले रास्ते पर उत्तर-प्रदेश पुलिस आवास निगम के पास थाना क्षेत्र विभूतिखण्ड, गोमती नगर, लखनऊ के पास पुलिस लिखा स्टीकर लगी हुई 02 कारे क्रमशः गाड़ी नं0 यूपी 65 सीएल 1110 होण्डी सिटी व जीजे 16 बीएल 8119 इनोवा गाड़ी के साथ मौजूद है। इस सूचना पर निरीक्षक श्री ज्ञानेन्द्र कुमार राय के नेतृत्व में उ0नि0 बीरेन्द्र सिंह यादव, उमाषंकर, मु0आ0 श्रीराम सिंह, भूपेन्द्र सिंह, कामाण्डो सुबोष सिंह की एक टीम द्वारा उक्त स्थान पर पहॅुचकर उपरोक्त दोनों व्यक्तियों को आवष्यक बल प्रयोग कर गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई।
गिरफ्तार अभियुक्त संतोष सिंह ने पूछताछ करने पर बताया कि मेरा वास्तविक नाम संतोष सिंह है तथा मैं मूलरूप से जनपद वाराणसी का रहने वाला हॅू, किन्तु मैं लाभार्जन व शानौ शौकत के लिए अपने छदम नाम अभिषेक प्रताप सिंह उर्फ अभी के नाम से कानपुर मे उपरोक्त पते पर एक दो मंजिला मकान मे किराये पर रहता हूँ तथा केन्द्र व राज्य सरकार के विभिन्न महत्वपूर्ण पदों के अधिकारी के छदम वेश व छदम नाम से जालसाजी व धोखाधड़ी करता हूँ तथा रंगदारी भी वसूलता हूँ और शानौ शौकत से रहता हूँ। कानपुर के उपरोक्त पते पर मेरे साथ मेरा ममेरा भाई प्रदीप सिंह पुत्र जयप्रकाश सिंह नि0 ग्राम ददरा थाना खानपुर तहसील सैदपुर जनपद गाजीपुर, मेरा ड्राईवर धर्मेन्द्र कुमार यादव उपरोक्त और मेरी प्रेमिका निवासी जनपद जौनपुर एक साथ रहते हैं। मैं शासन-प्रशासन के अधिकारियों के छदम नाम व छदम वेश से आम जनता व शासन प्रशासन के अधिकारियों व कर्मचारियों को ठगता हूँ और छदम पद नाम व रुतवे की धौंस जमाकर रंगदारी वसूल कर धनार्जन करता हॅू। मेरे इस कार्य मे मेरा ममेरा भाई प्रदीप सिंह उपरोक्त मेरे विभिन्न छदम पद नाम के अनुसार छदम निजी सचिव/पीआरओ बनकर शासन प्रशासन के विभिन्न अधिकारियों तथा जनता के भोले भाले लोगों को अपने मोबाईल नम्बरों से काल कर मुझसे वार्ता कराता हैं या दुबारा बात करने का मार्ग प्रशस्त करता है और इस प्रकार हम लोग कभी-कभी पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों से भी धोखा देकर कार्य करा लेते है और कभी-कभी पुलिस सुरक्षा आदि भी सुविधाओं का भी अनुचित लाभ ले लेते है। इस प्रकार ठगी व रंगदारी कर आर्थिक व भौतिक लाभ अर्जित करते है। मेरे इस कार्य मे मेरा चालक धर्मेन्द्र कुमार यादव उपरोक्त भी सहयोग करता है तथा आम जनमानस मे मुझे अपना साहब बताकर मेरा परिचय देता है। मैं अपने इस ठगी व रंगदारी के कृत्य मे अपने द्वारा उपयोग किये जाने वाले विभिन्न मोबाईल नम्बरों को ट्रू कालर पर विभिन्न छदम नाम व पद नामों को प्रदर्शित कर धोखाधड़ी करता हूँ धोखाधडी व रंगदारी से अर्जित धनराशि को मै नकद तथा अपने स्वयं, चालक धर्मेन्द्र कुमार यादव एवं ममेरा भाई प्रदीप सिंह व अन्य परिचित व रिश्तेदारों के विभिन्न बैंक खातों मे धोखे से जमा कराकर लाभार्जन करता हूँ तथा दिखावे के लिए धर्मेन्द्र कुमार यादव व प्रदीप सिंह को प्रति माह के हिसाब से नौकरी पर रखा हुआ हूँ। मेरी प्रेमिका जो मेडिकल कालेज मंधना थाना क्षेत्र बिठूर जनपद कानपुर नगर से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है, उसकी पढाई का पूरा खर्च भी मै अपने इसी ठगी व रंगदारी के पैसों से वहन करता हूँ वह रामा मेडिकल कालेज के हास्टल मे भी रहती है और मेरे साथ मेरे घर मे भी रहती है। मैने रंगदारी व जालसाजी के पैसो से ही इन दोनो कारों मे से इनोवा को अपने परिचित व सहयोगी मन्तोष कुमार शाही पुत्र कन्हैया शाही निवासी ग्राम कटिहारी जनपद मऊ उ0प्र0 एवं होण्डा सिटी कार को अपने परिचित व सहयोगी शशिकान्त सिंह पुत्र होरीलाल सिंह निवासी न्यू कालोनी ककरमत्ता वाराणसी के नाम फाईनेन्स व कुछ नकद जमा कर खरीदा है जिनकी ऋण अदायगी किश्तें स्वयं इन्ही जालसाजी के पैसो से भरता हूँ और इन दोनो कारो का उपयोग इसी जालसाजी व रंगदारी वसूलने मे करते हूॅ। जालसाजी व रंगदारी से वसूले गये रुपयो मे से मेरे द्वारा 05 लाख रुपये अपने परिचित व सहयोगी मन्तोष कुमार शाही उपरोक्त को ठेकेदारी करने के लिए दिया गया है जिसके ठेको दिलाने मै अपने छदम नाम व पदनाम का जरिए भी सहयोग करता हूँ तथा 22 लाख रुपये मेडिकल स्टोर सिगरा वाराणसी के डाक्टर गुलाब चन्द्र को बिजनेस के लिए दिया हूँ तथा ठगी व रंगदारी से अर्जित लगभग 30 लाख रुपये मेरे स्वयं के नाम के विभिन्न बैंक खातों मे जमा है। कानपुर शहर मे पायनियर ग्रीन सिटी सिंहपुर उपरोक्त की जिस सोसाईटी मे रहता हूँ वहीं निखिल शर्मा नामक व्यक्ति से मैने, अपने सहयोगियो प्रदीप सिंह व धर्मेन्द्र कुमार यादव के सहयोग से पिछले साल नवम्बर महीने मे 20 लाख रुपये अपने छदम नाम व पदनाम की धौंस जमाकर वसूला था मैने उनसे अपने को प्रधानमंत्री कार्यालय पीएमओ प्रतिनिधि बताया था तथा उनको भयाक्रान्त भी किया था।
गिरफ्तार अभियुक्तों को थाना विठूर, जनपद कानपुर नगर में पंजीकृत मु0अ0सं0 301/2023 धारा 419, 420, 386, 504, 506 भादवि में दाखिल किया गया है, अग्रिम विधिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जायेगी।