राजस्थान :(मानवी मीडिया) शिक्षा नगरी यानी कि राजस्थान का कोटा शहर. सपनों को उड़ान देने वाला शहर, जिसके बारे में हम अक्सर तैयारी करने वाले छात्रों से सुनते रहे हैं. अब बीते कुछ सालों में इस शहर ने कई युवाओं से उनकी जिंदगी छीन ली. आंखों में हजारों सपने लेकर इस शहर में आए इन छात्रों ने मौत को गले लगा लिया.
आज (4 अगस्त) भी एक छात्र के सुसाइड करने की खबर इसी कोटा शहर से सामने आई है. छात्रों के सुसाइड के आंकड़े आपको हैरत में डाल देंगे. जनवरी से लेकर अब तक 19 छात्रों ने आत्महत्या कर ली.
कोटा में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे मनजोत ने गुरुवार को आत्महत्या कर ली. उसका शव कमरे में पड़ा मिला. जहां से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. इस सुसाइड नोट के शब्द आपको अंदर तक हिलाकर रख देंगे.
अपने पिता को जन्मदिन की शुभकामनाएं देने के बाद उसने सुसाइड कर लिया. मनजोत सिंह उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले का रहने वाला था. इसी साल अप्रैल में कोचिंग के लिए कोटा पहुंचा था, लेकिन सपने पूरे होने से पहले ही दुनिया को छोड़ दिया.
छात्रों के आत्महत्या करने के पीछे क्या वजह हो सकती है? क्यों छात्र बिना कुछ सोचे-समझे मौत को गले लगा रहे हैं? फीस के नाम पर मोटी रकम वसूलने वाले कोचिंग संस्थान इन घटनाओं पर मौन क्यों हैं ?
ऐसे तमाम सवाल हैं जो छात्रों के साथ घटित हो रही अनहोनी को लेकर सोचने पर मजबूर कर रहे हैं. मनजोत की उम्र सिर्फ 18 साल थी. जैसे ही उसके आत्महत्या करने की खबर परिजनों को मिली तो घर में कोहराम मच गया. वहीं पुलिस ने भी मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर जांच-पड़ताल में जुट गई.