नई दिल्ली : (मानवी मीडिया) स्वास्थ्य क्षेत्र की कौशल विकास कंपनी इंडो-यूरो सिंक्रोनाइजेशन (आईईएस) ने भारतीय स्वास्थ्य सहायक कर्मियों को जर्मन मानकों के अनुरूप प्रशिक्षित करने और प्रति माह 50 प्रशिक्षित कर्मियों को जर्मनी भेजने की घोषणा की है।
आईईएस ने शनिवार को यहां 'अपस्किलिंग सर्टिफिकेशन लिंक्ड टू नर्सिंग एम्प्लॉयमेंट इन जर्मनी' की घोषणा की। आईईएस के वैश्विक कारोबार प्रमुख लुकास रोगे ने कहा कि जर्मनी में 18 स्वास्थ्य कर्मियों की कमी है।
जिसे ध्यान में रखते हुए भारतीय युवाओं को जर्मन भाषा के साथ वहां के स्वास्थ्य मानकों पर प्रशिक्षित करके उन्हें जर्मनी में रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे। हर महीने 50 स्वास्थ्य कर्मियों को यहां से भेजा जाएगा।
बाद में इसकी संख्या और बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम भारत और जर्मनी के बीच स्वास्थ्य क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा। आईईएस ने इस वर्ष देशभर से बीएएसी नर्सिंग के 2000 छात्रों को "काउंसलिंग और साइकोमैट्रिक टेस्ट" के आधार पर चयनित करने का लक्ष्य रखा है।