दिनांक 04-08-2023 को एस0टी0एफ0 उ0प्र0 व मिलिट्री इन्टेलीजेन्स लखनऊ की संयुक्त कार्यवाही में सेना, न्यायालय, वन विभाग, सिचाई विभाग, सचिवालय, रेलवे, इनकम टैक्स आदि विभागों में उच्चाधिकारी बताकर हजारों बेरोजगार युवकों को गुमराह कर देश व प्रदेश मे फर्जी भर्ती करने व कूटरचित नियुक्ति पत्र/ट्रान्सफर लेटर के नाम पर लाखों की ठगी करने वाले भारतीय सेना के कर्मचारी सहित 03 सदस्यों को गिरफ्तार करने मे उल्लेखनीय सफलता प्राप्त हुई ।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरणः
1- विजेन्द्र प्रभाकर पुत्र महेन्द्र प्रताप निवासी मूल पता-मीरपुर प्रतापपु,र पोस्ट बिलवई, तहसील कादीपुर, जनपद सुल्तानपुर। हालपता- 82 बी, बी0जी0 रेलवे कालोनी तालकटोरा मार्ग आलमबाग, लखनऊ ।
2- अजय कुमार तिवारी पुत्र शारदा प्रसाद तिवारी निवासी पुरे पिताम्बर पांण्डेय का पुरवा, अमेठी। (भारतीय सेना में ट्रेडमैन कुक)
3- चन्द्र सेन पुत्र भीम सेन निवासी ग्राम निसैइया, पोस्ट बांसखेडा, अमरिया पीलीभीत उ0प्र0 ।
बरामदगीः-
1- 05 अदद स्टाम्प (मोहर) क्रमशः UTTAR PRADESH SACHIVALAY] LUCKNOW UTTAR PRADEESH FOREST DEPARTMENT, UTTAR PRADEESH JAVAHAR BHAWAN, LUCKNOW, INDIAN RAILWAY GOVT-OF INDIA व वन एवं वन्य जीव संरक्षण विभाग।
2- 02 अदद पोस्टिंग लेटर उ0प्र0 सिंचाई एवं जल संस्थान।
3- 01 अदद सेट कूटरचित ज्वाइनिगं लेटर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट दिल्ली।
4- 01 अदद कूटरचित उ0प्र0 वन विभाग आफर लेटर।
5- 01 अदद सेट एडमिट कार्ड राजस्थान पुलिस कान्सटेबल भर्ती।
6- 01 अदद सेट कूटरचित भारतीय रेलवे ज्वाइनिंग लेटर।
7- 01 अदद सेट कूटरचित उ0प्र0 उधान निरीक्षक वेतन प्रस्ताव/उधान एवं खाध्य प्रसंस्करण विभाग।
8- 01 अदद एपॉइनमेंट लेटर उ0प्र0 सचिवालय।
9- 03 अदद सचिवालय प्रवेश पत्र।
10- अदद आर्मी हेल्थ रिकार्ड कार्ड।
11- 06 अदद उ0प्र0 वन विभाग के कूटरचित आई0डी0 कार्ड।
12- 05 अदद कूटरचित उ0प्र0 आवास-विकास परिषद आई0डी0 कार्ड0।
13- 05 अदद सेट कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर डिपार्टमेंट आफ फारेस्ट एण्ड वाईल्ड लाइफ।
14- 01 अदद ज्वाइनिंग लेटर उ0प्र0 फारेस्ट एवं वाइल्ड लाइफ।
15- 02 अदद सेट कूटरचित ज्वाइनिंग लेटर डिपार्टमेंट आफ फारेस्ट एण्ड वाईल्ड लाइफ उ0प्र0 ।
16- 01 अदद सेट कूटरचित अपॉइनमेंट लेटर जवाहर भवन लखनऊ।
17- 01 अदद एपॉइनमेंट लेटर सेट भारतीय रेलवे।
18- 04 अदद कूटरचित रेलवे आईडी कार्ड।
19- 02 अदद सेट कूटरचित एप्लीकेशन फार्म ज्वाइनिंग एवं रिपोर्टिगं ग्रुप सी0डी02022 भारतीय रेलवे।
20- 03 अदद ब्लैन्क उ0प्र0 वन विभाग के आई0डी0 कार्ड।
21- 01 अदद सिचाई एवं जल संसाधन विभाग लखनऊ का आई0डी0 कार्ड।
22- 01 अदद सेट कूटरचित रेलवे फार्म रेजिडेन्सियल प्रूफ सर्टिफिकेट।
23- 02 अदद उ0प्र0 जल संसाधन विभाग आई0डी0 कार्ड।
24- 01 अदद सेट कूटरचित एप्लीकेशन फार्म ज्वाइनिंग एवं रिपोर्टिगं ग्रुप सी0डी02022 आयकर विभाग दिल्ली।
25- 01 अदद कूटरचित एपॉइनमेंट लेटर सिचाई विभाग उ0प्र0।
26- 02 अदद ओएमआर सीट की छायाप्रति।
27- 02 अदद स्टैम्प पैड।
28- 01 अदद स्टैम्प पैड।
29- 01 अदद स्वास्थ विभाग उ0प्र0 की सर्विस बुक।
30- 01 अदद कम्पुयटर सर्टीफिकेट, एडीसीए।
31- 04 अदद आधार कार्ड।
32- 02 अदद पैन कार्ड।
33- 02 अदद एटीएम कार्ड।
34- 01 अदद ड्राइविगं लाइसेंस।
35- 03 अदद दैनिक पास जवाहर भवन।
36- 07 अदद ट्रेनिंग ट्रान्सफर लेटर सिचाई विभाग, इनकम टैक्स विभाग।
37- 01 अदद भूमि अनुबंध पत्र।
38- 01 अदद निवास प्रमाण पत्र।
39- 01 अदद लीगल नोटिस।
40- 01 अदद सेट एसबीआई पॉलिसी।
41- 05 अदद मोबाइल फोन।
42- 01 अदद इनोवा यूपी 32 बीटी 6667
43- 2120ध्- रूपये नगद।
गिरफ्तारी का स्थान व समयः-
दिनांकः- 03-07-2023 समयः-21रू05 बजे, स्थानः- मकान नम्बर 504 संस्तुति संस्कृति अपार्टमेंट अर्जुनगंज थाना सुशांत गोल्फ सिटी कमिश्नरेट लखनऊ ।
विगत काफी दिनों से राजधानी लखनऊ में सेना, न्यायालय, वन विभाग, सिचाई विभाग, सचिवालय, रेलवे, इनकम टैक्स सहित विभिन्न विभागों में फर्जी भर्ती कर बड़ी मात्रा में धनार्जन करने की सूचना प्राप्त हो रही थी। इस सम्बन्ध में एसटीएफ की विभिन्न इकाइयों/टीमों को अभिसूचना संकलन कर कार्यवाही हेतु निर्देषित किया गया था। जिसके क्रम में श्री अमित कुमार नागर, अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, लखनऊ के पर्यवेक्षण में एसटीएफ मुख्यालय की टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी।
अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि जनपद लखनऊ में कुछ लोगों का गैंग स्वयं को प्रदेश के विभिन्न विभागों में अच्छी पकड़ व अधिकारी बताकर सैकड़ो बेरोजगार युवकों को गुमराह कर देश व प्रदेश के विभिन्न विभागों में फर्जी भर्ती कराते हुए धोखाधडी कर रहे हैं। आज कुछ व्यक्ति, जो खुद को सेना, न्यायालय, वन विभाग, सिचाई विभाग, सचिवालय, रेलवे, इनकम टैक्स आदि विभागों के नियुक्ति पत्र देकर अभ्यर्थियों को ज्वाइन कराने हेतु सुशांत गोल्फ सिटी आने वाले हैं। इस सूचना पर निरीक्षक दिलीप कुमार तिवारी के नेतृत्व में एक टीम मु0आ0 रूद्र नारायण उपाध्याय, मु0आ0 अशोक कुमार गुप्ता, मु0आ0 संतोष सिंह, मु0आ0 अंजनी यादव, मु0आ0 कौशलेन्द्र प्रताप सिंह, मु0आ0 अशोक राजपूत, आ0 विजय वर्मा व लखनऊ मिलिट्री इन्टेलीजेन्स की संयुक्त टीम द्वारा उपरोक्त अभियुक्तों को सुशांत गोल्फ सिटी उपोरक्त स्थान गिरफ्तार कर लिया गया, जिसके पास से उपरोक्त बरामदगी हुई ।
गिरफ्तार अभियुक्त ने पूछताछ करने पर अपना नाम 1- विजेन्द्र पाठक बताते हुए कहा कि मेरा असली नाम विजेन्द्र प्रभाकर है। मैं लोगों को अपना नाम विजेन्द्र पाठक व स्वयं को सचिवालय में अधिकारी बताता हूँ और बेरोजगार युवकों के साथ नौकरी दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करता हूँ। वर्ष 2017 मे मेरी जान-पहचान ऐसे कई लोगों से हो गयी थी जिनकी अच्छी पकड़ जैसे सचिवालय, सिचाई विभाग, इन्दिरा भवन, वन विभाग, हाई कोर्ट, इन्कमटैक्स आदि सरकारी विभागों में थे। ये लोग वहां पर बहुत आसानी से काम करवा लेते थे। इन्ही में से मेरी मुलाकात हर्ष उर्फ विनोद यादव, भानुप्रताप सिंह, अमित कुमार उर्फ अभिषेक सिंह, अजय तिवारी, चन्द्र सेन आदि लोगो से हुई। ये लोग पूर्व से ही बेरोजगार युवकों को सेना, पुलिस, रेलवे सहित विभिन्न सरकारी विभागों मे नौकरी दिलाने के नाम पर अच्छा पैसा कमा रहे थे। इस फर्जी भर्ती प्रक्रिया में हम प्रत्येक अभ्यर्थी से 03 से 05 लाख रूपये धोखे से लेते थे और इसे हम लोग आपस में बांट लेते थे। इस फर्जी वाडे में सभी का काम बटा हुआ था। मैं इस गोरख धन्धे में भर्ती हेतु आये हुए अभ्यार्थियों के फर्जी प्रपत्र तेयार करता था और भर्ती प्रक्रिया में साक्षात्कार आदि का फर्जी काम देखता था।
अभियुक्त चन्द्र सेन ने पूछने पर बताया कि मेरा सम्पर्क अमित कुमार उर्फ अभिषेक निवासी फतेहपुर से हुआ उसने मुझे बताया कि मंै तुम्हारी नौकरी आई0टी0आई0 कालेज पीलीभीत में लगवा दंूगा। तब मंैने 02 लाख रुपये नगद दिये थे। उसके बाद मुझे एक ज्वाइनिंग लेटर दिया गया। जिसे लेकर मैं आई0टी0आई कालेज पीलीभीत में गया तब जाकर मुझे पता चला कि यह सब काम फर्जी चल रहा है। जब मैंने अपना पैसा अमित से वापस मांगा तब उसने कहा कि तुम मेरे व मेरे साथियों का साथ दो, हम तुम्हारा पैसा भी वापस करा देंगे और तुमको अलग से फायदा भी करवायेगें। साहब मैं लालच मे आ गया। इन लोगों की बात सुनकर व अपना डूबा पैसा निकालने के लिये मैं इनके गिरोह मे शामिल हो गया। गिरोह मे मेरा काम बेरोजगार युवकों से सम्पर्क कर उनको धोखेधडी करने के लिये अपने गिरोह से मिलवाकर रूपये वसूली करना था।
अभियुक्त अजय कुमार तिवारी ने बताया कि सेना में मैंने 30 जनवरी 2005 को ट्रेड मैन कुक के पद पर भर्ती हुआ। 13 साल नौकरी करने के बाद बिना छुट्टी के घर चला आया। उसके बाद 7 साल नौकरी करने नहीं गया। इसी दौरान मेरी मुलाकात अभिषेक सिंह, विजेन्द्र प्रभाकर व चन्द्रसेन आदि लोगों से हुई जो लोग फर्जी भर्ती के नाम पर बेरोजगार युवकों से पैसे की ठगी कर रहे थे। मंै भी इनके इस काम मे साथ लग गया। हमारे द्वारा बेरोजगार लडके एवं लडकियों से चार से पांच लाख रूपये की मोटी रकम सरकारी विभाग मे स्थायी नौकरी दिलाने हेतु झांसे में लेकर विभिन्न विभागों में फर्जी नियुक्ति पत्र देकर भेजा जाता था तथा वहां संविदा पर काम करने वाले प्राइवेट कम्पनियों से बात कर संविदा पर काम दिलवा दिया जाता था। जबकि इनको यह भरोसा दिलाया जाता था कि तुम्हारी नियुक्त विभाग में स्थायी है तथा उनको कुछ दिन तक सैलरी सम्बन्धित विभाग के स्थायी कर्मचारीयों की भांति ही इनके खातों मे इनसे ठगे हुए पैसो में से ही कुछ दिन के लिये दे दी जाती थी। जिस पर इनके अन्य बेरोजगार साथी विश्वास कर और बडी संख्या में अपनी नौकरी लगवाने के लिये पैसा बिना सन्देह किये दे दिया करते थे। फिर हमारे द्वारा इनकी सैलरी बन्द कर दी जाती थी तथा कई महीनों तक झूठा आश्वासन दिया जाता था कि सैलरी कुछ समय बाद आ जायेगी। जब यह बेरोरोजगार युवक भड़क कर पुलिस मे जाने की धमकी देते थे तो हमारे द्वारा बताया जाता था कि धोखाधडी मे तुम भी शामिल हो पहले तुम ही जेल जाओगे जिस पर ये लोग डर कर फिर पैसा नही मांगते थे। इसी तर्ज पर मेरे द्वारा नव युवतियों को फर्जी नर्सिंग पीजीआई लखनऊ व अन्य अस्पतालों मे लगवाने का झांसा दिया जा रहा है। केवल मेरे द्वारा लगभग दर्जनों लोगो से भर्ती के नाम पर ठगी की गयी है, जिनमे कुछ के नाम मुझे याद है जैसे -संजीव कुमार प्रयागराज 2,50,000ध्-रूपये, कृष्णा कुमार निवासी बनारस 1,75,000ध्-रूपये, मनोज कुमार निवासी मऊ 80,000ध्-रूपये, अनीता निवासी बलिया 1,80,000ध्-रूपये, सुनीता देवी निवासी बलिया 2,00000ध्-रूपये, सुमेधा निवासी बाराबंकी 3,00000-रूपये, रमेश कुमार निवासी आजमगढ 50,000-रूपये इंद्रजीत निवासी आजमगढ़ 50,000-रूपये भर्ती के नाम पर ठगे गये हैं । मंै अपने स्वयं के खाते मे पैसा न डलवाकर फर्जी खाता सुधाकान्त मिश्रा के नाम पर व फर्जी सिम मोबाइल नम्बर-8453518011, 7800221512 का इस्तेमाल कर बेरोजगार युवकों को नौकरी का झांसा देकर पैसे डलवाता था जिससे मुझ लोग एस0 के0 मिश्रा के नाम से भी जानते थे। वर्ष 2022 में मेने पुनः सेना मे ज्वाइन कर लिया ।
गिरफ्तार अभियुक्तों के विरूद्ध थाना सुशांत गोल्फ सिटी, कमिश्नरेट लखनऊ में मु0अ0सं0 402ध्2023 धारा 140ध्170ध्171ध्419ध्420ध्467ध्468ध्471 भादवि पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है।