लखनऊ:(मानवी मीडिया) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पी0एम0 स्वनिधि योजना पुरुषों के साथ ही, महिलाओं के भी स्वावलम्बन का आधार बन रही है। सदी की सबसे बड़ी महामारी के दौरान यह योजना गरीब पटरी व्यवसाइयों के स्वावलम्बन का आधार बनी थी। आज हम सभी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अभिनव योजना को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाने के लिए एकत्रित हुए हैं। देश में इस योजना के लगभग 15 लाख लाभार्थी उत्तर प्रदेश से हैं। प्रधानमंत्री द्वारा दी गई व्यवस्था के अनुसार लगभग ब्याज मुक्त ऋण की व्यवस्था वेण्डर्स को उपलब्ध कराई जा रही है। कोई वेंडर डिजिटल पेमेण्ट से जुड़कर तथा समय से ई0एम0आई0 का भुगतान कर लगभग ब्याज मुक्त हो जाता है।
मुख्यमंत्री आज यहां लोक भवन में पी0एम0 स्वनिधि एवं स्वयं सहायता समूह ऋण योजना के अन्तर्गत 11,000 लाभार्थियों को ऋण वितरण के लिए आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने बटन दबाकर डिजिटल माध्यम से लगभग 32 करोड़ 49 हजार रुपये का ऋण लाभार्थियों के खातों में अन्तरित किया। मुख्यमंत्री जी ने ऋण प्राप्त करने वाले कुछ लाभार्थियों तथा स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों को प्रतीकात्मक चेक प्रदान किये। उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक द्वारा विकसित किये गये एण्ड टू एण्ड डिजिटल प्लेटफाॅर्म ‘पी0एन0बी0 ई-स्वनिधि’ का राष्ट्रीय स्तर पर शुभारम्भ किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज के कार्यक्रम में नए लाभार्थियों के साथ पुराने लाभार्थी भी शामिल हैं, जो 10 हजार रुपये का प्रथम ऋण चुकता कर 20 हजार रुपये का दूसरा ऋण प्राप्त कर रहे हैं। कुछ लाभार्थी 50 हजार रुपये का तीसरा ऋण भी प्राप्त कर रहे हैं। व्यावहारिक धरातल पर जिस व्यक्ति ने आमजन की पीड़ा को समझा है वही इस प्रकार की योजनाओं को बना सकता है। प्रधानमंत्री जी ने स्ट्रीट वेंडर्स की इसी पीड़ा को समझा है। आज पंजाब नेशनल बैंक के माध्यम से 11,000 लाभार्थियों को एक साथ पी0एम0 स्वनिधि योजना से जोड़ा जा रहा है।मुख्यमंत्री ने पी0एम0 स्वनिधि योजना में रजिस्ट्रेशन कराने वाले स्ट्रीट वेंडर्स को प्रदेश सरकार द्वारा 05 लाख रुपये का सुरक्षा बीमा कवर प्रदान करने घोषणा की। उन्होंने कहा कि किसी दुर्घटना में स्ट्रीट वेंडर की मृत्यु होने पर या पूर्ण दिव्यांगता की स्थिति में यह बीमा योजना उसके परिजनों को 05 लाख रुपये उपलब्ध कराने का कार्य करेगी। यह एक बड़ी योजना है। ऐसे कार्य तभी होते हैं जब किसी सरकार की संवेदनाएं गरीबों के साथ होती हैं। डबल इंजन की सरकार गरीबों की संवेदनाओं के साथ जुड़कर कार्य कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महिलाओं के स्वावलम्बन की दिशा में उत्तर प्रदेश सरकार ने बहुत कार्य किए हैं। प्रदेश सरकार द्वारा टेक होम राशन के अंतर्गत गरीब बच्चों एवं महिलाओं को पोषाहार उपलब्ध कराया जाता है। यह सामग्री पहले कई एन0जी0ओ0 उपलब्ध कराते थे। लेकिन अब यह कार्य महिला स्वयंसेवी समूहों को सौंप दिए गए हैं। आज इस कार्यक्रम में दो महिला स्वयंसेवी समूहों को धनराशि के चेक वितरित किये गये हैं। डेयरी क्षेत्र से जुड़े हुए एक महिला स्वयंसेवी समूह को 06 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया है। लखनऊ के महिला स्वयंसेवी समूह को भी 06 लाख रुपये का चेक प्रदान किया गया है। यह समूह अचार, पापड़ जैसी उपयोगी वस्तुओं का निर्माण करेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने केंद्र सरकार के सहयोग से वर्ष 2019 में झांसी में बलिनी मिल्क प्रोड्यूसर की स्थापना की थी। 06 महिलाओं के साथ प्रारंभ इस समूह से आज लगभग 40 हजार महिलाएं जुड़ी हैं। समूह का वार्षिक टर्नओवर डेढ़ सौ करोड़ रुपये से अधिक और नेट प्रॉफिट लगभग 15 करोड़ रुपये है। यह महिलाएं सामान्य घरों से हैं। यदि इच्छा-शक्ति और ईमानदारी हो, तो सफलता अवश्य प्राप्त होती है, यह कार्य इन महिलाओं ने करके दिखाया है। डबल इंजन सरकार इन कार्यों के लिए समर्पित भाव के साथ कार्य कर रही है। यह एक बड़ा अभियान है। इस अभियान से जुड़कर हम अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति का संबल बन सकते हैं। भ्रष्टाचार पर प्रहार करने का सबसे अच्छा माध्यम तकनीक है। इसके लिए डिजिटल ट्रांजेक्शन और डिजिटल पेमेंट के साथ जुड़ना होगा। उसकी ट्रेनिंग लेते हुए उन कार्यक्रमों को प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाना आज की आवश्यकता है। यह कार्यक्रम सफलतापूर्वक प्रदेश में लागू हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब नेशनल बैंक प्रदेश के विकास के लिए अनेक कार्यों में सहयोग प्रदान कर रहा है। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस-वे तथा निर्माणाधीन गंगा एक्सप्रेस-वे के लिए पंजाब नेशनल बैंक का सहयोग प्राप्त हुआ है। गंगा एक्सप्रेस-वे देश के बड़े एक्सप्रेस-वे में से एक है। यह मेरठ से प्रयागराज के मध्य बन रहा है। आज मेरठ से प्रयागराज के मध्य यात्रा में 15 से 16 घंटे लगते हैं, लेकिन गंगा एक्सप्रेस-वे बन जाने के बाद मेरठ से प्रयागराज की दूरी मात्र 06 घंटे में पूरी हो जाएगी। इसमें औद्योगिक गलियारे बनेंगे। इसके माध्यम से हजारों नौजवानों को रोजगार मिलेगा। गंगा एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगभग 36 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे लेकिन लाखों करोड़ रुपये के निवेश के प्रस्ताव भी यहां आएंगे। प्रदेश के आठ जनपदों में पंजाब नेशनल बैंक ने लीड बैंक के रूप में कार्य करते हुए उन जनपदों के ऋण-जमा अनुपात को बढ़ाने में मदद की है। इनमें झांसी, ललितपुर, बुलंदशहर, बदायूं, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली तथा बिजनौर जनपद शामिल हंै।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह नए भारत का नया उत्तर प्रदेश है। रिजर्व बैंक की रिपोर्ट यह बताती है कि उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक निवेश प्राप्त करने वाला राज्य बन गया है। राज्य में बैंकों के माध्यम से सर्वाधिक धनराशि निवेश पर खर्च हो रही है। विगत 06 वर्षों में उत्तर प्रदेश का ऋण-जमा अनुपात 12 प्रतिशत बढ़कर 44 से 56 प्रतिशत हो गया है। पहले लोग ऋण लेने के लिए बैंकों के पास जाते थे, आज प्रधानमंत्री के नेतृत्व तथा बैंकों की उदारता से बैंक स्वयं लोगों के पास ऋण देने के लिए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 06 वर्षों में उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था तथा प्रति व्यक्ति आय दोगुनी हुई है। उत्तर प्रदेश बीमारू राज्य की श्रेणी से ऊपर उठकर विकसित राज्यों की श्रेणी में खड़ा होने की ओर अग्रसर हो चुका है। उत्तर प्रदेश में पंजाब नेशनल बैंक के लिए एक बड़ा अवसर सामने है। प्रदेश सरकार बुन्देलखण्ड के झांसी में नोएडा की तर्ज झांसी-बुन्देलखण्ड औद्योगिक क्षेत्र विकसित कर रही है। वहां लगभग 35 हजार एकड़ भूमि क्रय करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए राज्य सरकार द्वारा 8,000 करोड़ रुपये की धनराशि का प्राविधान किया गया है। वहां की कनेक्टिविटी बेहतर की गई है। बुन्देलखण्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण हो चुका है। कानपुर से झांसी के बीच हाई-वे का निर्माण भी हो चुका है। वहां डिफेन्स कॉरिडोर की स्थापना पहले से ही हो रही है। पंजाब नेशनल बैंक को इन कार्यों को लीड करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लगभग 35 हजार एकड़ भूमि में विकसित हो रहे इस औद्योगिक परिक्षेत्र को निवेश के बेहतरीन गंतव्य के रूप में स्थापित करने और बुन्देलखण्ड के पोटेंशियल को आगे बढ़ाने में पंजाब नेशनल बैंक बड़ा योगदान कर सकता है। यह बैंक के व्यवसाय को बढ़ाने में भी सहायक होगा साथ ही, लोगों के रोजगार के लिए तथा बुन्देलखण्ड को उसकी पहचान दिलाने में भी मदद मिलेगी। राज्य सरकार इस सम्बन्ध में अपना पूरा सहयोग प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री ने आज के कार्यक्रम के आयोजन के लिए पंजाब नेशनल बैंक के प्रबंध निदेशक तथा नगर विकास विभाग को बधाई देते हुए कहां कि विगत 06 वर्षों में उत्तर प्रदेश में नगर विकास विभाग द्वारा किए गए कार्यों के परिणाम सभी ओर दिखाई देते हैं। आज उत्तर प्रदेश में कोई भी आता है तो उसे सफाई दिखती है। उत्तर प्रदेश से अब माफियाओं के साथ ही गंदगी की भी सफाई हुई है। यह सफाई आवश्यक भी थी, क्योंकि पहले स्ट्रीट वेंडर्स से लोग गुंडा टैक्स वसूल करते थे। अब कोई गुंडा टैक्स वसूल नहीं कर सकता।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए नगर विकास मंत्री ए0के0 शर्मा ने कहा कि हम सभी भारत के स्वर्णकाल के साक्षी बन रहे हैं। हम सभी विरासत के साथ विज्ञान तथा संस्कृति के साथ तकनीकी के युग में रहे हैं। हमारे देश तथा प्रदेश का नेतृत्व देश की प्रगति में सार्थक भूमिका कर निर्वहन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश एक बड़ा राज्य है। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में सरकार कर ध्येय है कि छोटे-छोटे कामों से जुड़े लोग विकास की मुख्य धारा से जुड़ें, आत्मनिर्भर तथा सबल बने। विगत दिनों भारत सरकार द्वारा पी0एम0 स्वनिधि योजना के अन्तर्गत उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए उत्तर प्रदेश को पुरस्कृत किया गया है।
इस अवसर पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, नगर विकास राज्य मंत्री राकेश राठौर ‘गुरु’, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, सलाहकार मुख्यमंत्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव नगर विकास अमृत अभिजात, पंजाब नेशनल बैंक के प्रबन्ध निदेशक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी अतुल कुमार गोयल सहित शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, पंजाब नेशनल बैंक के पदाधिकारी तथा लाभार्थी उपस्थित थे।
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