वाराणसी : (मानवी मीडिया) देवाधिदेव महादेव के अति प्रिय सावन मास में उनकी नगरी काशी में दर्शन पूजन के लिए देश के कोने- कोने से भारी संख्या में भक्तों के इस बार पहुंचने की उम्मीद है. इसी को लेकर दावा किया जा रहा है कि इस बार काशी में भीड़ का पिछला सारा रिकॉर्ड टूट जाएगा और पिछले आंकड़े बौने साबित हो जाएंगे.
अधिमास के कारण इस वर्ष दो महीने तक श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर श्रद्धालुओं से पटा रहेगा. वाराणसी प्रशासन दो करोड़ श्रद्धालुओं के सावन मास में बाबा के जलाभिषेक के लिए आने का अनुमान लगाकर तैयारियां कर रहा है और इस बड़ी तैयारी को अंतिम रूप देने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है.
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आने पर कोई दुर्घटना न हो और भक्तों को अच्छी सुविधाएं भी मिले इसके लिए प्रशासन पूरे शहर में पुख्ता इंतजाम कर रहा है. खासकर, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर और आसपास के करीब दो किलोमीटर की दूरी में सावन मास के दौरान कुछ विशेष नियम लागू रहेंगे.
यह व्यवस्था ट्रैफिक, सिक्योरिटी और खानपान को लेकर होगी. इसके साथ ही श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन की व्यवस्था को सुचारू और सुविधाजनक बनाने के लिए कुछ कड़े नियम लागू करने का भी निर्णय लिया गया है.
इसके तहत सावन मास में बाबा के स्पर्श दर्शन पर पूरी तरह रोक रहेगी. भक्तों को गर्भगृह के बाहर से ही बाबा का दर्शन और जल अर्पित करना होगा. टिकट लेकर सुगम दर्शन की व्यवस्था भी सावन के सभी सोमवार को स्थगित रहेगी.