लखनऊ (मानवी मीडिया): उमेश पाल हत्याकांड में यूपी एसटीएफ ने माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा को लखनऊ से गिरफ्तार किया है। पुलिस उन्हें लेकर प्रयागराज पहुंची है। वहां जिला अदालत में विजय मिश्रा की पेशी हुई। पेशी के बाद कोर्ट के आदेश पर विजय मिश्र को जेल भेज दिया गया। जानकारी के अनुसार, विजय मिश्रा को पुलिस ने शनिवार रात करीब सवा दस बजे लखनऊ के विभूति खंड में होटल हयात रीजेंसी के पास से दोस्तों के साथ कोल्ड ड्रिंक पीने के दौरान उठाया था। तीन गाड़ियों से पहुंचे पुलिसकर्मियों ने अधिवक्ता से बात की और उन्हें गाड़ी में बैठाकर अपने साथ ले गई।
वकील विजय मिश्रा की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी देते हुए प्रयागराज के डीसीपी दीपक भूकर ने कहा कि अधिवक्ता विजय मिश्रा, अधिवक्ता उमेश पाल हत्याकांड में वांक्षित थे। उन्हें गिरफ्तार करके वांक्षित कार्यवाही की जा रही है। विजय मिश्रा पर आरोप है कि उसने उमेश की लोकेशन शूटर को दी थी और वह जेल में बंद अतीक के भाई अशरफ से लगातार संपर्क में था।
विजय मिश्रा के जूनियर अधिवक्ता हिमांशु पांडेय और उनके करीबी दोस्तों ने इस बारे में बताते हुआ कहा कि पुलिस बिना कोई कारण बताए विजय मिश्रा को अपने साथ ले गई। दरअसल, विजय मिश्रा माफिया अतीक अहमद और अशरफ के अलावा अतीक के बेटे अली समेत परिवार के कई सदस्यों के मुकदमे लड़ रहे हैं।
इस बीच करीब दो महीने पहले विजय मिश्रा खुद तक कानूनी शिकंजे में फंसने लगे जब कथित रूप से उनका एक ऑडियो वायरल हुआ था। आरोप लगा कि इस ऑडियो में उन्हीं की आवाज है और वह प्लाइवुड के एक कारोबारी को धमका रहे थे। इसे लेकर पुलिस ने वकील विजय मिश्र के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था। पुलिस की इस कार्रवाई पर वकीलों ने विरोध जताया था। शरिवार को एक बार फिर विजय मिश्र को इस तरह उठा ले जाने से साथी वकील गुस्से में हैं। इसे लेकर देर रात वकीलों ने एक बैठक भी की थी।