लखनऊ : (मानवी मीडिया) ओडीओपी के निर्मित उत्पादों की ब्रांडिंग व मार्केटिंग से देश-विदेश में पहचान मिलेगी। बिक्री के लिए स्थानीय व ऑनलाइन बाजार उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही कारीगरों को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए शुक्रवार को जिला प्रशासन व नगर निगम ने आईआईएम इंदौर से एमओयू किया है।
कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार व नगर आयुक्त इंद्रजीत सिंह ने आईआईएम इंदौर के प्रोफेसर हिमांशु राय के साथ एक-एक एमओयू हस्ताक्षरित किया। जिसमें जिले के विशिष्ट उत्पाद ओडीओपी (चिकनकारी) से जुड़े कारीगरों को प्रशिक्षण एवं निर्मित माल की ब्राडिंग, मार्केटिंग कर देश-विदेश में पहचान दिलाने पर सहमति प्रदान की गई।
जिलाधिकारी ने बताया कि इस पहल से जनपद में संचालित विकास योजनाओं के माध्यम से गांव-गांव लोगों को स्वच्छता अभियान से जोड़ेंगे। साथ ही स्वरोजगार के लिए प्रेरित कर ऋण योजनाएं जैसे प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना एवं एक जनपद एक उत्पाद वित्त पोषण सहायता योजना आदि से लाभान्वित करेंगे। इससे रोजगार व स्वरोजगार के साधन मिलेंगे। वहीं, जनपद में स्थापित उद्योगों से निर्मित उत्पादों को स्थानीय बाजार व ऑनलाइन प्लेटफार्म जैसे फ्लिपकार्ड व अमेजान आदि के माध्यम से देश-विदेश में बिक्री करेंगे।
प्रोफेसर हिमांशु राय ने इसे यह ऐतिहासिक पहल बताया। कहा, कि उद्यमियों द्वार निर्मित उत्पाद को ई-मार्केटिंग व अन्य माध्यमों से देश-विदेश में विक्रय करेंगे। साथ ही स्वच्छता के लिए अयोध्या व कानपुर में चलाई गई मुहिम की तरह लखनऊ में भी प्रयास करेंगे। कार्यक्रम में जिला विकास अधिकारी अजीत कुमार सिंह, अग्रणी जिला प्रबन्धक मनीष पाठक समेत अन्य अधिकारी रहे।