नई दिल्ली (मानवी मीडिया): इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायन्स यानि इंडिया की तीसरी बैठक 25 और 26 अगस्त को मुंबई में होने वाली है। लेकिन उससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) सुप्रीमो शरद पवार 1 अगस्त को पुणे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करने वाले हैं। इस पर ब्लॉक के कुछ नेताओं ने चिंता जताई है।
पार्टी के एक सूत्र ने कहा कि इंडिया ब्लॉक के फ्लोर लीडर्स की बैठक के दौरान कुछ सदस्यों ने उस समारोह में पवार के मुख्य अतिथि होने पर चिंता जताई, जिसमें मोदी को लोकमान्य तिलक पुरस्कार से सम्मानित किया जाना है। सूत्र ने कहा कि ऐसे सुझाव आये कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे एनसीपी नेता से बात कर उनसे समारोह में शामिल नहीं होने का अनुरोध कर सकते हैं।
सूत्र ने कहा कि इंडिया ब्लॉक के कुछ नेताओं को लगा कि जब समान विचारधारा वाले विपक्षी दल 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा से मुकाबला करने के लिए एक साथ आ रहे हैं, तो प्रधानमंत्री के साथ पवार का मंच साझा करने से बुरा प्रभाव पड़ेगा। सूत्र ने कहा कि मोदी के साथ मंच साझा कर पवार इंडिया ब्लॉक की छवि को नुकसान पहुंचाएंगे, जिसे बनाने में बहुत प्रयास करना पड़ा है और इससे लोगों के बीच एक गलत संदेश भी जाएगा। उनका कहना है कि पीएम मोदी ने ईस्ट इंडिया कंपनी की तुलना आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिदीन से की है।
एनसीपी प्रमुख को तिलक स्मारक मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है। कार्यक्रम के दौरान पवार मोदी को पुरस्कार सौंपेंगे। इस बीच, इंडिया की तीसरी बैठक 25 और 26 अगस्त को मुंबई में होगी और शिवसेना (यूबीटी) और पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी इसकी मेजबानी करेगी।