(मानवी मीडिया) : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने अंतरिक्ष में इतिहास रच दिया है. इसरो ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 7 सैटेलाइट्स की सफलतापूर्वक लॉन्चिंग की है.
इनमें एक स्वदेशी और सिंगापुर के छह सैटेलाइट शामिल हैं. स्पेस संगठन ने इन सभी सैटेलाइट्स को अपने पीएसएलवी-सी56 रॉकेट के माध्यम से एसडीएससी से लॉन्च किया.
आज सुबह करीब 6:30 बजे इसरो ने यह लॉन्चिंग की. इस सफलतापूर्वक लॉन्चिंग के साथ भारत अंतरिक्ष के साथ दुनिया में भी छा गया है. महिने भर में इसरो की यह दूसरी कामयाबी है.
इससे पहले इसने भारत का बहुप्रतिक्षित चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग की थी, जिसके बाद दुनिया के कई अंतरिक्ष संगठनों ने इसरो के इस कामयाबी पर भारत को बधाइयां दी थी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, एक बार अंतरिक्ष में तैनात और चालू होने के बाद, इन सैटेलाइट्स का उपयोग सिंगापुर सरकार के भीतर विभिन्न एजेंसियों की उपग्रह इमेजरी आवश्यकताओं का समर्थन करने के लिए किया जाएगा. एसटी इंजीनियरिंग अपने वाणिज्यिक ग्राहकों के लिए मल्टी-मॉडल और उच्च प्रतिक्रियाशीलता इमेजरी और भू-स्थानिक सेवाओं के लिए इसका उपयोग करेगी.
मालूम हो कि डीएस-एसएआर इजराइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आईएआई) द्वारा विकसित सिंथेटिक एपर्चर रडार (एसएआर) पेलोड रखता है. यह डीएस-एसएआर को हर मौसम में दिन और रात की कवरेज प्रदान करने की अनुमति देता है और पूर्ण पोलारिमेट्री पर एक मीटर रिजॉल्यूशन पर इमेजिंग करने में सक्षम है. डीएस-एसआर को सिंगापुर की डिफेंस साइंस एंड टेक्नोलॉजी एजेंसी और सिंगापुर के ही एसटी इंजीनियरिंग के बीच साझेदारी के तहत विकसित किया गया है.