लखनऊ : (मानवी मीडिया) स्मार्ट रोड परियोजना के अंतर्गत मार्गवार विद्युत यंत्रों के विस्थापन की खराब प्रगति पर मंडलायुक्त डॉ. रोशन जैकब ने नाराजगी जताई।
गुणवत्तापूर्ण कार्य न कराने पर जल निगम के ठेकेदार केकेएस फंड एफआइआर के निर्देश दिए। साथ ही लेसा द्वारा कराए जा रहे कार्यों में लापरवाही मिलने पर संबंधित को नोटिस जारी करने के लिए निर्देश किया।
शुक्रवार को मंडलायुक्त ने आयुक्त कार्यालय पर नगर निगम, विद्धुत, लोक निर्माण समेत अन्य विभाग की समीक्षा की। जिसमें लेसा द्वारा कराये जा रहे कार्य व मॉनिटरिंग में लापरवाही मिली। नाराजगी जताते पर संबंधित को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
जल निगम के ठेकेदार केकेएस फंड द्वारा कराए गए कार्य गुणवत्तापूर्ण नहीं मिले। जिस पर संबंधित ठेकेदार पर एफआइआर कराने के लिए निर्देश किया।
सख्त निर्देश दिए कि शहर में कहीं सड़क धंसती है तो संबंधित कार्यदायी संस्था पर एफआईआर कराते हुए ब्लैक लिस्ट करें। रेन-वाटर हार्वेस्टिंग की समीक्षा की। कहा कि क्वालिटी पुनः चेक करें और शेष निर्माणधीन गुणवत्ता से कराएं।
संबंधित अधिकारियों ने बताया गया कि शाहजनफ रोड पर पोल व ट्रांसफर शिफ्टिंग समेत अन्य कार्य लगभग पूर्ण करा दिए हैं। इस पर मंडलायुक्त ने कहा कि संबंधित अधिकारी फील्ड में निकलकर कार्यों का निरीक्षण करें और शेष कार्य कराएं।
गंदे पोल व सड़े केबल चिह्नित करें। सख्त निर्देश दिए कि निर्माणाधीन कार्यों में अनावश्यक विलम्ब न हो वरना संबंधित अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
लेसा द्वारा स्मार्ट मीटर लगाया जाना तय करें। लोक निर्माण विभाग, इलेक्ट्रिकल व लेसा विभाग की संयुक्त टीम बनाकर एक नोडल अधिकारी नामित करें। शहर की सुंदरता के दृष्टिगत लटकते केबिल और तार के जाल न दिखें।